Thing Avoid While Sacrifice: रजा एकेडमी के फाउंडर मौलाना सईद नूरी ने बकरीद के मौके पर मुसलमानों को कुर्बानी के वक्त क्या सावधानी बरतनी चाहिए इसके बारे में बताया है. उन्होंने कहा है कि 10, 11 और 12 जिलहिज्जा को हम अल्लाह की राह में कुर्बानी पेश करेंगे. उन्होंने बताया कि कुर्बानी करते वक्त इन बातों का ख्याल रखना चाहिए.


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1 उन जानवरों की कुर्बानी करें जिनकी हुकूमत की तरफ से इजाजत है. 
2 जानवर किसी के दुकान या मकान के सामने न बांधे जाएं. 
3 कोई भी ऐसा काम न करें जिससे पड़ोसियों को और हमारे अहले वतन को तकलीफ पहुंचे. 
4 बड़े जानवरों को गलियों और मोहल्लों में न घुमाएं. 
5 कुर्बानी करते वक्त जानवरों की वीडियो हरगिज न बनाएं.


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6 कुर्बानी उन्हीं जगहों पर करें जिन जगहों के लिए हुकूमत ने इजाजत दी है.
7 साफ सफाई का खास ख्याल रखें कि गंदगी से बीमारी फैलने का खतरा पैदा हो जाता है. 
8 जानवरों की वो चीजें जो फेंक दी जाती हैं जैसे ओझड़ी वगैरह उसे प्लास्टिक की थैली में रखकर या म्यूनसीपलिटी या पंचायत की जानिब से जो डब्बे लगाए जाते हैं उन डब्बों में ही डालें. रास्ते पर या किसी दूसरी जगह पर न फेंकें. 
9 खून आलूद कपड़े, कुर्रबानी के बाद हमारे कपड़ों में खून लग जाता है. वह कपड़े न पहने. फौरन कुर्बानी के बाद अपने कपड़े बदल लें. 


मौलाना ने बताया है कि इसके साथ वह तदबीरें अपनाएं जिससे आसानी से कुर्बानी हो सके. 


ख्याल रहे कि मुसलमान हर साल बकरीद के मौके पर कुर्बानी करवाते हैं. हर साहिबे निसाब जिसके पास जकात देने हैसियत है उसे इस्लाम में कुर्बानी कराना लाजमी है.


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