Muslim Personal Law Board: हाल ही में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की मीटिंग हुई है. इस मीटिंग में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ से औरतों की एक विंग बनाई गई है जो मुस्लिम औरतों को महंगी शादियों के खिलाफ अभियान, दहेज के खिलाफ अभियान चलाने के साथ बेटियों को दहेज की जगह जायदाद में हिस्सा देने के लिए परिवार को जागरूक करेंगी.


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देशभर की महिला होंगी जागरूक


ऑल इंडिया मु्स्लिम पर्सनल लॉ बोल्ड के एक सदस्य ने बताया कि महिला विंग को बहाल कर दिया गया है. इसमें 251 मेंबर शामिल हैं. इसमें औरतों की तादाद 30 है. ये लोग देशभर में इस्लामी शरियत में मिले मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के प्रति उन्हें जागरूक करेंगी. औरतें इस्लामी कानून की जानकारी भी देंगी.


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स्थगित हुई थी महिला विंग


इससे पहले  मार्च 2022 में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने महिला विंग को खत्म कर दिया था. इल्जाम था कि महिला विंग कुछ ऐसे काम भी कर रही थी जो पर्सनल लॉ बोर्ड के दायरे में नहीं आते. कर्नाटक के हिजाब मामले में महिला विंग और बोर्ड के दरमियान विवाद हो गया था. बोर्ड का कहना था कि इसे मकामी सतह पर हल किया जाना चाहिए था जबकि महिला विंग इसे राष्ट्रीय स्तर पर ले जाना चाहती थी. इसके बाद महिला विंग को स्थगित कर दिया गया था.


बोर्ड का निकाहनामा करें इस्तेमाल


मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने निकाह नामे को 4 पेज से घटा कर 2 पेज कर दिया है. इसमें शौहर बीवी के हक के साथ काजी के लिए भी गाइड लाइन है. निकाहनामे में यह भी बताया गया है कि शौहर बीवी का झगड़ा दारुलकजा या बातचीत के जरिए हल करें. इसे सड़क पर लेकर नहीं जाएं. बोर्ड ने लोगों से अपील की है कि वह बोर्ड का निकाहनामा इस्तिमाल करें.


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