UP News: यूपी के नोएडा में आए दिन लोग मौत को गले लगा रहे हैं. इसी क्रम में ग्रेटर नोएडा में 5 अक्टूबर को एक कारोबारी का बॉडी जंगल में पेड़ से लटका मिला था. सुचना मिलने पर मौके पहुंची पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. बताया जा रहा है कि गृह क्लेश को लेकर कारोबारी काफी परेशान था. शायद इसी वजह से उसने सुसाइड की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्लास्टिक पाइप ट्रेडिंग का करता थे काम
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 50 साल के जगवीर सिंह राठी ने गामा वन के जंगल में पेड़ पर रस्सी से लटक कर सुसाइड कर ली है. सूचना पर थाना बीटा 2 पुलिस के जरिए बॉडी को कब्जे मे लेकर पंचायत नामा/पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई थी. मृतक जगबीर सिंह राठी प्लास्टिक पाइप ट्रेडिंग का काम करते थे.


कारोबारी ने इस वजह से की सुसाइड
पुलिस पूछताछ के दौरान पता चला कि राठी अपने घर से करीब 9 बजे सुबह बिना बताए निकले थे. प्रथम दृष्टया गृह क्लेश की बात भी सामने आ रही है. पुलिस सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच क रही है. नोएडा में ये अकेला मामला जगबीर का नहीं है. अगर 5 अक्टूबर 2023 की बात करें तो इस दिन पूरे गौतमबुध नगर जिले में 6 लोगों ने मानसिक तनाव के चलते मौत को गले लगा लिया था. 3 दिनों में छह लोगों ने अपनी जान दे दी है. 


इस हाईटेक शहर में कर रहे हैं लोग आत्महत्या
यूपी का शो विंडो गौतमबुद्ध नगर में चकाचौंध कर देने वाली ऊंची ऊंची बिल्डिंग हैं. तेज रफ्तार से भागती गाड़ियां, मेट्रो और रफ्तार भरी जिंदगी में दौड़ते लोग आसानी से दिखाई दे जाएंगे लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इस भीड़ का हिस्सा नहीं हैं. जो कहीं ना कहीं घर, परिवार, समाज, दफ्तर या फिर अपने मित्रों से मिले मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो चुके हैं और अपने दिल की बात किसी से भी नहीं बता पाते जिसके चलते उन्हें आत्महत्या करना ही सबसे आसान तरीका लगता है. इसीलिए मेट्रो के आगे कूद कर सुसाइड करने का मामला हो, हाई राइज बिल्डिंग से छलांग लगाने का मामला हो या फिर खुद को रस्सी से लटकाने का मामला, इस हाईटेक शहर में लोग इन मामलों में दूसरे जिलों को पछाड़ते दिखाई दे रहे हैं.


मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं लोग
नोएडा में तीन दिनों में सुसाइड के 6 मामलों में सबसे ज्यादा बड़ी वजह मानसिक तनाव देखने को मिली है. नोएडा जैसे रफ्तार वाले शहर और भागम भाग वाली जिंदगी में लोगों को अपनी बात दूसरों से बताने का मौका भी नहीं मिलता है. घर, परिवार, नौकरी और समाज में मिले मानसिक प्रताड़ना से लोग खुद को इतना कमजोर और असहाय महसूस करते हैं कि वह खुद की जान लेने से भी गुरेज नहीं करते है.


22 साल की लड़की ने की सुसाइड
पुलिस कमिश्नरेट गौतम बुध नगर के मीडिया सेल से मिली जानकारी के मुताबिक राठी के बाद थाना बादलपुर इलाके में रहने वाली 22 साल की शिवानी  ने मानसिक तनाव के चलते अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर सुसाइड कर ली. 


मौत को लगाया गले
तीसरे मामले में थाना फेस-वन इलाके में रहने वाली 17 साल की लड़की ललिता ने मानसिक तनाव के चलते अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर सुसाइड कर ली. चौथे मामले में थाना प्रभारी ने बताया कि थाना जारचा इलाके में रहने वाले जितेंद्र उर्फ जीतू ने मानसिक तनाव के चलते अपने घर पर फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था. पांचवे मामले में थाना सेक्टर 24 इलाके के सेक्टर 54 के पास पेड़ की डाल से फंदा लगाकर 20 साल के एक अज्ञात शख्स ने मासिक तनाव के चलते सुसाइड कर लिया था. छठे मामले में कासना इलाके में रहने वाले 21 साल के सोनू ने मानसिक तनाव के चलते जहरीला पदार्थ खा लिया था.


दंपति ने किया था सुसाइड
इसी साल 25 सितंबर को एक तलाकशुदा दंपति का बॉडी उनके फ्लैट में मिला था. दोनो ने सुसाइड किया था. उनके पास से जहरीले दवाई की खाली बोतलें और सुसाइड नोट मिला था. 19 सितंबर को एक युवती ने मेट्रो ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड करने की कोशिश की थी. इसमें युवती का एक हाथ कट गया था.


ज्यादातर नौजवान कर रहे हैं सुसाइड
12 सितंबर को मानसिक रूप से अस्वस्थ एक औरत ने हाई राइज सोसाइटी के 17 फ्लोर से कूदकर आत्महत्या कर ली थी, नोएडा आईएमए के पूर्व अध्यक्ष और डॉक्टर एनके शर्मा ने मीडिया  को बताया है कि एकल परिवार और पाश्चात्य सभ्यता के चलते ही इस तरीके के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और खास तौर से नौजवान आत्महत्या के रास्ते को अपना रहे हैं.


Zee Salaam