Asaduddin Owaisi on Mohan Bhagwat: ऑल इंडिया मजलिसे इत्तिहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत पर बड़ा हमला बोला है. साथ ही उन्होंने धर्म परिवर्तन की हिमायत को करते हुए भी बयान दिया है. ओवैसी ने कहा कि मोहन भागवत को जनसंख्या को लेकर तो बात करते हैं लेकिन देशभर सबसे ज्वलंत मुद्दे बेरोज़गारी पर बात नहीं करते. उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा नौजवानों के रोज़गार पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. 


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असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि मोहन भागवत मज़हब तब्दीली से क्यों खौफ खा रहे हैं. जबकि कन्वर्ज़न तो हिंदुस्तान के संविधान का फंडामेंटल हक है. उन्होंने कहा कि अगर कोई अपना धर्म तब्दील करना चाहता है तो इसमें उन्हें (भागवत) को क्या दिक्कत है. कोई किसी भी मज़हब को माने या ना माने, कोई भगवान को माने या ना माने यहीं तो हिंदुस्तान की खूबसूरती है. इतना ही नहीं ओवैसी ने भागवत के जनसंख्या नियंत्रण से संबंधित बयान पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने आरएसएस चीफ मोहन भागवत को संविधान पढ़ने तक की सलाह दे डाली. 


उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आप इस देश को एक मज़हब में तब्दील करना चाहते हैं, एक भाषा में बदलना चाहता हैं, आप इस देश को एक जैसा करना चाहते हैं लेकिन ऐसा नहीं हो सकता और ये इसलिए नहीं हो सकता, क्योंकि भारत एक मल्टी कल्चरल देश रहा है और रहेगा. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर आपका मन करता है के मैं कन्वर्ज़न करूं तो मैं कौन होता हूं आपको रोकने वाला. इसके अलावा उन्होंने कहा कि आप इसके लिए किसी से जबरदस्ती नहीं कर सकते.  


वसीम रिजवी के कनवर्ज़न पर कुछ क्यों नहीं बोले भागवत?


इसके अलावा उन्होंने जबरदस्ती से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि आप तो नाम पूछकर मारते हैं, क्या वो जबरदस्ती नहीं है. गोश्त रखने के शुबे में आप वीडियो बनाकर मारते हैं. अगर कोई कनवर्ट होना चाहता है तो दिक्कत क्या है. यहां पर उन्होंने वसीम रिजवी जिन्होंने अपना धर्म बदलकर हिंदू धर्म अपना लिया और जितेंद्र नारायण त्यागी अपना नाम रखा है का भी जिक्र किया. साथ ही मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या भागवत जी उस पर बोले?


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उन्होंने आगे कहा,"भारत की 50 फीसद आबादी 25 वर्ष से कम उम्र के नौजवानों की है, उनके लिए मोदी सरकार ने क्या किया? बेरोज़गारी इस मुल्क का सुलगता मसला है. (धर्म) परिवर्तन से भारत का क्या ताल्लुक? भारत का कोई धर्म है? RSS चाहती है कि भारत का एक धर्म हो." ओवैसी आगे कहते हैं,"अगर भारत सरकार दो बच्चों से संबंधित बिल लेकर आएगी तो मैं उसका विरोध करूंगा, क्योंकि यह हिंदुस्तान के हक में नहीं है. हिंदुस्तान की आबादी अपने आप गिर रही है और 2030 तक यह स्थिर हो जाएगी."



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