समस्तीपुर: छापा मारने पहुंची पुलिस को गांव वालों ने समझ लिया बकरी चोर, कर दिया ये बुरा हाल !
Samastipur: समस्तीपुर के एक गांव में छापेमारी करने गई पुलिस को ही गांव वालों ने बंधक बना लिया और बकरी चोरी का आरोप लगा दिया. पढ़िए पूरी खबर
Samastipur Police: बिहार के जिला समस्तीपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां बाइक चोरी के एक मामले में छापामारी करने पहुंचे डीएसपी और पुलिस फोर्स को गांव वालों ने बंधक बना लिया. हैरानी की बात यह है कि गांव वालों ने इन सभी को बकरी चोरी करने के आरोप में बंदी बनाया. मामला समस्तीपुर जिला के विद्यापतति नगर थाने का है.
खबरों के मुताबिक बाइक चोरी के एक मामले में तीघरा के डीएसपी अपनी टीम के साथ छापेमारी के लिए पहुंचे थे. जैसे वो आरोपी के घर पहुंचे तो उन्हें एक अजीब स्थिति का सामना करना पड़ गया. दरअसल आरोपी घर गई पुलिस को ही गांव वालों ने आरोपी बना डाला. वो एक बकरी चोरी के मामले में.
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डीएसपी डॉक्टर रविंद्र मोहन प्रसाद के नेतृ्त्व में पहुंची टीम को बंधक बनाने की जानकारी मिलने पर थाने की पुलिस ने गांव वालों की समझाने की कोशिश की और बताया कि वो गलत कर रहे हैं, हकीकत कुछ और है. पुलिस के बार-बार समझाने के बाद गांव वालों ने हकीकत कुबूल किया, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ.
गांव वालों को जैसी ही बताया गया कि पुलिस उनके गांव में बाइक चोर की तलाश में पहुंची थी तो अब गांव वालों का गुस्सा और बढ़ गया और उन्होंने दो पुलिस बाइक चोरों को भी दौड़-दौड़ाकर पीटा. बाद में उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया. बताया जा रहा है कि दोनों बाइक चोर गांव वालों की पिटाई से जख्मी भी हो गए.
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जिन दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है उनकी शिनाख्त समरी गांव के रहने वाले सुखदेव मेहतो कब 21 वर्षीय बेटे बीरबल कुमार और मनियापुर के रहने वाले मनोज रजक के 22 वर्षीय बेटे अंकित कुमार के तौर पर हुई है. पुलिस ने इन दोनों का पहले इलाज कराया. उसके बाद उन्हें अपने साथ तीघरा थाना ले गई.
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