Who is Partha Chatterjee: पश्चिम बंगाल के चर्चित शिक्षा भर्ती घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए ईडी ने ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी अर्पिता के यहां पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान ED को 500 और 2 हजार रुपये के नोटों अंबार मिला. नोट इतनी तादाद में थे कि गिनने के लिए बैंक अफसरों और मशीनों को बुलवाना पड़ गया. अंदाजे की बात करें तो यह रकम करीब 20 करोड़ रुपये बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि ED को अर्पिता के खिलाफ कुछ सबूत मिले थे जिसके बाद यह कार्रवाई अंजाम दी गई. 


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अर्पिता मुखर्जी के साथ-साथ यह कार्रवाई उनके करीबी, ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी के खिलाफ भी चल रही है. उन्हें ED ने गिरफ्तार भी कर लिया है. ED की टीम ने पिछले दिनों पार्थ चटर्जी के घर पर भी छारेमारी की थी. दरअसल पार्थ चटर्जी का नाम शिक्षा घोटाले से इसलिए जुड़ रहा है क्योंकि जिस समय पश्चिम बंगाल में स्कूल सर्विस कमीशन के ज़रिए भर्ती में गड़बड़ का मामला सामने आया था तो तब पार्थ चटर्जी ही राज्य में शिक्षा विभाग देख रहे थे. यानी वही शिक्षा मंत्री थे. वो साल 2014 से 2021 तक ममता सरकार में शिक्षा मंत्री थे.


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70 वर्षीय पार्थ चटर्जी का जन्म साल 1952 में राजधानी कोलकाता में हुआ था. चटर्जी बतौर HR भी काम कर चुके हैं. उनके सियासी करियर की बात करें तो साल 2001 में वो राजनीति में आए थे. चटर्जी पहली बार बेहला पश्चिम से MLA के तौर पर चुने गए थे. फिलहाल वो ममता ममता के काफी करीबी हैं और तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बंगाल के महासचिव भी हैं. इसके साथ-साथ वो TMC सरकार में कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मेहकमे के मिनिस्टर भी हैं. 


ममता बनर्जी को पार्थ चटर्जी पर बहुत भरोसा है. इस बात का अंदाया लगाया जा सकता है कि जब TMC सत्ता में नहीं थी और अपोज़ीशन पार्टी का किरदार अदा कर रही थी तो तब पार्थ चटर्जी विधानसभा में अपोज़ीशन नेता थे. साल 2011 के चुनावों में जब ममता बनर्जी की पार्टी को सत्ता मिली तो पार्थ चटर्जी का कदम पार्टी में धीरे-धीरे बढ़ता गया. वो राज्य की TMC सरकार में कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारियां निभा चुके हैं.


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