Illegal intrusion in India: अराजकता और हिंसा प्रभावित बांग्लादेश से घुसपैठ थमने का नाम नहीं ले रही है. अधिकारियों ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने शनिवार को त्रिपुरा में अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के इल्जाम में 12 और बांग्लादेशी नागरिकों और एक बच्चे को गिरफ्तार किया. BSF के एक प्रवक्ता ने बताया कि अगरतला रेलवे स्टेशन के पास एक मोबाइल चेक पोस्ट बनाया गया था और नौ बांग्लादेशी नागरिकों को भी हिरासत में लिया गया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारत में बसने का था प्लान
पूछताछ के दौरान बांग्लादेशी नागरिकों ने बताया कि वे भारत में स्थायी रूप से बसने के लिए कोलकाता जाने की योजना बना रहे थे. प्रवक्ता के मुताबिक, एक अलग अभियान में, दक्षिण त्रिपुरा में बेलोनिया के BSF जवानों ने मुहुरी नदी के किनारे चार औरतों और दो बच्चों को हिरासत में लिया, जो दोनों देशों को विभाजित करने वाली भारत-बांग्लादेश सीमा से होकर गुजरती है.


औरतें और बच्चे शामिल
हिरासत में लिए गए चार लोगों में से तीन महिलाएं और एक बच्चा बांग्लादेशी हैं और एक महिला और एक बच्चा भारतीय हैं. बांग्लादेशी नागरिक चांदपुर जिले के निवासी हैं जबकि भारतीय महिला दक्षिण त्रिपुरा जिले की है. वे एक-दूसरे को जानते हैं. पिछले साढ़े तीन महीने में, सरकारी रेलवे पुलिस, BSF और त्रिपुरा पुलिस ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के बाद अगरतला रेलवे स्टेशन और त्रिपुरा के विभिन्न स्थानों से लगभग 435 बांग्लादेशी नागरिकों और 55 से ज्यादा रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया है.


यह भी पढ़ें: Bangladesh Flood: बांग्लादेश में बाढ़ का कहर, मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 59, करीब 54 लाख लोग हुए बेघर


पहले भी हुई गिरफ्तारी
प्रवक्ता ने कहा कि BSF ने घुसपैठ और सीमा पार अपराध को रोकने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा और राज्य में अभियान तेज कर दिया है. अवैध रूप से भारत में एंटर करने के इल्जाम में गुरुवार को दो महिलाओं सहित आठ और बांग्लादेशी नागरिकों को त्रिपुरा में अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया. 


दलालों की भी गिरफ्तारी
BSF ने 24 अक्टूबर को बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में अवैध रूप से प्रवेश कराने के लिए दो भारतीय दलालों को भी गिरफ्तार किया था. हालांकि, अवैध रूप से त्रिपुरा में प्रवेश करने वाले और सुरक्षा बलों द्वारा गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिकों में से अधिकांश मुस्लिम थे, लेकिन हिरासत में लिए गए लोगों में हिंदू भी थे. 


बढ़ी सुरक्षा
BSF के एक प्रवक्ता ने कहा कि बांग्लादेश में अशांति के बाद से, BSF ने लोगों की अवैध सीमा पार आवाजाही और अपराधों को रोकने के लिए त्रिपुरा के साथ 856 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है. रोहिंग्या बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में अपने शिविरों से भागकर अवैध रूप से भारत में घुस आए, जहां 2017 से म्यांमार से आए 10 लाख से अधिक विस्थापित रोहिंग्या रह रहे हैं. बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं दोनों ने भारतीय सुरक्षा अधिकारियों को बताया कि वे नौकरी और आश्रय की तलाश में अवैध रूप से भारत में घुसे हैं.