Bangladesh Flood: दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेशआई विनाशकरी बाढ़ में मरने वालों की संख्यां 59 हो गई है, जबकि 54 लाख बेघर हो गए हैं. वहीं करीब 7 लाख परिवार अभी भी बाढ़ में फंसे हुए हैं और चार लाख लोग 3,928 रिलिफ कैंप में रहने को मजबूर हैं.
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Bangladesh Flood Update: दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के कई हिस्सों में आई विनाशकारी बाढ़ से देशभर के कुल 11 जिलों में अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें छह महिलाएं और 12 बच्चे शामिल हैं. जबकि बाढ़ में सैकड़ों घर जलमग्न हो गए और हजारों परिवार बेघर हो गए हैं.
बांग्लादेश डिजास्टर मिनिस्टरी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, "दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश में कई हफ्तों से तबाही मचाने वाली भीषण बाढ़ में 54 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और देश के कई हिस्सों में लाखों लोग अब भी मुख्य संपर्क से कटे हुए हैं."
इन जिलों में हुई सबसे ज्यादा मौतें
आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्रालय ने बाढ़ की स्थिति पर अपडेट देते हुए बताया कि सबसे ज्यादा मौतें कुमिल्ला और फेनी जिलों में हुई हैं, जो कि भारत के पूर्वोत्तर हिस्सा त्रिपुरा की बॉर्डर से सटे हुए हैं. मंत्रालय के मुताबिक फेनी जिले में 23 और कुमिल्ला में 14 लोगों की मौत हुई है.
अंतरिम सरकार के लिए चुनौती
बांग्लादेश के डेल्टा रीजन और ऊपरी भारतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ से बांग्लादेश करीब 2 सप्ताह से प्रभावित है. इसके कारण भारी नुकसान हुआ है, लोगों और मवेशियों की मौत हुई. हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है और फसलों को नुकसान पहुंचा है. देश में सियासी बदलाव के बीच गठित अंतरिम सरकार के लिए यह एक बड़ी प्रशासनिक चुनौती के रूप में उभरी है.
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करीब 55 लाख बाढ़ से हुए हैं प्रभावित
सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संगबाद संघथा (BSS) ने आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्रालय के अफसरों के हवाले से बताया, "बाढ़ से 11 जिलों के 504 यूनियन और नगर पालिकाओं में 54,57,702 लोग प्रभावित हुए हैं. करीब 7 लाख परिवार अभी भी बाढ़ में फंसे हुए हैं, जबकि करीब चार लाख लोग 3,928 रिलिफ कैंप में रहने को मजबूर हैं."
इस वजह से आई विनाशकारी बाढ़
खबर के मुताबिक, कुल 36,139 मवेशियों को भी कैंप में रखा गया है. अफसरों ने बताया कि जैसे-जैसे स्थिति में सुधार हो रहा है, लोग घर भी लौट रहे हैं, जबकि बाढ़ प्रभावित जिलों में कम्युनिकेशन सिस्टम सामान्य हो गई है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मूसलाधार बारिश के अलावा, उफनती नदियां, अल नीनो और क्लाइमेट चेंज की घटनाएं देश में विनाशकारी बाढ़ के लिए जिम्मेदार हैं.