सुनक की कामयाबी के पीछे है इस औरत का हाथ; भारत या ब्रिटेन, किस देश है ज्यादा प्यार ?
Rishi Sunak`s wife Akshata Murty : इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति और लेखिका सुधा मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति (Akshata Murty) ऋषि सुनक की पत्नी हैं. वह अब ब्रिटेन में रहती हैं, और उन्हें भारत से ज्यादा प्यार इस देश से है.
लंदनः भारतीय मूल के नेता ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने पर भारत सहित पूरी दुनिया में उनकी इस वक्त चर्चा हो रही है. चर्चा इसलिए है कि वह ब्रिटेन के इतिहास में ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जो अस्वेत हैं और विदेशी मूल के हैं. अगर ये बात खुलकर कही जाए तो एक धर्मनिष्ठ हिंदू और ब्रिटेन के समाज का अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले नेता. पिछले कई माह से सुनक को लेकर चर्चाएं चल रही है. उनके प्रारंभिक जीवन, पढ़ाई , नौकरी और राजनीतिक करिअर को लेकर लोगां बातें कर रहे हैं. लेकिन कहा गया है कि हर कामयाब पुरुष के पीछे किसी न किसी महिला का हाथ होता है. ऐसे में ऋषि सुनक भी इसके अपवाद नहीं है. उनकी कामयाबी के पीछे भी एक महिला है, जो हर मुकिश्ल वक्त में उनके साथ खड़ी रही है. वह महिला कोई और नहीं बल्कि इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति और लेखिका सुधा मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति (Akshata Murty) हैं. यही महिला ऋषि सुनक की पत्नी हैं. पति की इस कामयाबी पर मूर्ति ने अपनी कुछ यादें साझा की हैं.
अक्षता मूर्ति इस वक्त 42 साल की हैं और सुनक की उम्र भी अभी 42 साल है. फैशन डिजाइनर और कैटामारन वेंचर्स यूके नाम की कंपनी की निदेशक अक्षता की सुनक से उस वक्त मुलाकात हुई थी जब दोनों अमेरिका में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई कऱ रहे थे. साउथेम्प्टन में सुनक इस बारे में बता चुके हैं कि अक्षता के करीब आने के लिए कैसे उन्होंने अपनी कक्षा के कार्यक्रम को बदल दिया करते थे. दोनों ने एक दूसरे को जानने-समझने, प्रेम और डेटिंग करने के बाद आपस में शादी की थी. इस प्रेमी युगल ने 2006 में बेंगलुरु में दो दिवसीय समारोह में शादी की थी. उनकी दो बेटियां हैं, कृष्णा और अनुष्का हैं जो अभी स्कूल में पढ़ती हैं.
टैक्स से सबंधित मुद्दे के उठने के बीच अक्षता ने इस साल की शुरुआत में सोशल मीडिया पर लिखा था, “ऋषि ने हमेशा इस तथ्य का सम्मान किया है कि मैं भारतीय हूं, और मुझे अपने देश पर उतना ही फख्र है जितना कि उन्हें अपने देश पर.“ अक्षता ने कहा, “उन्होंने मुझे अपनी भारतीय नागरिकता, भारत से संबंध या मेरे व्यावसायिक मामलों को छोड़ने के लिए कभी नहीं कहा, भले ही इस तरह के कदम उनके लिए राजनीतिक रूप से चीजों को सरल बना देते.“ अक्षता ने ने अपने पति के राजनीतिक करियर के सामने आ रही मुश्किल का मुकाबला करने के लिए अपनी कानूनी गैर-अधिवास स्थिति का त्याग कर दिया, जिसका मलतब है कि वह अब ब्रिटेन में इन्फोसिस के शेयर से अपनी सभी भारतीय आमदनी पर कर का भुगतान करती हैं.
अक्षता ने कहा, “मेरी पूरी विश्वव्यापी आमदनी पर ब्रिटेन में टैक्स का भुगतान करने का मेरा फैसला इस तथ्य को नहीं बदलेगा कि भारत मेरे जन्म, नागरिकता, माता-पिता के घर वाला देश बना हुआ है, लेकिन मुझे ब्रिटेन से भी प्यार है.” उन्होंने कहा, “यहां अपने वक्त में मैंने ब्रिटिश व्यवसायों में निवेश किया है, और ब्रिटेन के हितों की हिमायत की है. मेरी बेटियां ब्रिटिश नागरिक हैं. वे ब्रिटेन में बड़ी हो रही हैं. यहां होने पर मुझे बहुत गर्व है.”
अक्षता को 2022 में इन्फोसिस से 126.61 करोड़ रुपये का लाभांश मिला
अक्षता मूर्ति को भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस में अपनी हिस्सेदारी के लिए 2022 में 126.61 करोड़ रुपये का बोनस मिला है. अक्षता को ब्रिटेन से बाहर अपनी आय पर कर स्थिति के चलते विवादों का सामना करना पड़ा था. इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता के पास सितंबर के अिखर में इन्फोसिस के 3.89 करोड़ या 0.93 प्रतिशत शेयर थे. बीएसई पर मंगलवार को 1,527.40 रुपये प्रति शेयर के भाव पर उनकी हिस्सेदारी 5,956 करोड़ रुपये की है. अक्षता को लाभांश के रूप में 126.61 करोड़ रुपये मिले हैं.
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