काबुल: तालिबान का काबुल में कब्जा किए हुए करीब एक हफ्ता होने वाला है. इससे बाद से वहां अफरा-तफरी का माहौल है. लोग मुल्क छोड़ने को बेताब नज़र आ रहे हैं. इसी दौरान तालिबान के साथ झड़प में दर्जनों अफ़गान शहरियों मरने की भी खबर आई है. आए दिन काबुल में तालिबान लड़ाकों की तादाद बढ़ती जा रही है. इस बीच अमेरिका का मोस्ट वांटेड आतंकी खलील हक़्क़ानी (Khalil Haqqani) काबुल की सड़कों पर घूमता हुआ दिखाई दिया. खलील हक़्क़ानी के सिर पर 5 मिलियन डॉलर यानी करीब 37 करोड़ 15 लाख 8 हजार 500 रुपये का इनाम है.


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खलील हक़्क़ानी कट्टरपंथी हक़्क़ानी नेटवर्क का हिस्सा हैं. शुक्रवार के दिन हक़्क़ानी काबुल में देखा गया. वे मिलिट्री यूनिफॉर्म पहने लड़ाकों के सुरक्षा घेरे में थे. काबुल से आई तस्वीरों में ये देखा जा सकता था कि खलील हक़्क़ानी एक मस्जिद में लोगों को खिताब कर रहे थे. शुक्रवार को ही मीडिया से बात करते हुए हक़्क़ानी ने कहा था कि अब मुल्क महफूज़ हाथों में है. हर तरफ शांती है. पत्रकार और महिलाएं यहां महफूज़ रहेंगी. उनके इरादे नेक हैं.



हक़्क़ानी को मिली ये जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान ने खलील हक़्क़ानी को काबुल शहर किस्यूरिटी की जिम्मेदारी सौंपी है. उसे सुरक्षा इंचार्ज बनाया गया है.


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कौन है खलील हक़्क़ानी
गौरतलब है कि हक़्क़ानी नेटवर्क के बानी नेता जलालुद्दीन हक़्क़ानी के भाई खलील हक़्क़ानी तालिबान के डिप्टी लीडर सिराजुद्दीन हक़्क़ानी के चाचा हैं. हक़्क़ानी नेटवर्क अफ़ग़ानिस्तान के सबसे ताक़तवर चरमपंथी गुटों में से एक हैं. अफ़ग़ान फौज और पश्चिमी देशों की सेनाओं के ख़िलाफ़ हाल के सालों में हुए कई हमलों के लिए हक़्क़ानी नेटवर्क को जिम्मेदार ठहराया जाता है.


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काबिले ज़िक्र है कि खलील हक़्क़ानी को अमेरिका और यूएन आतंकी करार कर चुके हैं. फिलहाल हक्कानी नेटवर्क पाकिस्तान के नॉर्थ वजीरिस्तान से ऑपरेट होता है.


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