Attack On Chinese In Pakistan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा सूबे में हाल ही में हुए आत्मघाती हमले ने देश में काम कर रहे चीनी शहरियों के आत्मविश्वास को हिला कर रख दिया है. पाकिस्तान के एक सुरक्षा विश्लेषक का कहना है कि रिपोर्टों से इस बात के इशारे मिलते हैं कि कुछ लोग सुरक्षा चिंताओं की वजह से देश छोड़ने पर गौर कर रहे हैं. हालांकि, पाकिस्तान की सरकार ने मुजरेमीन को इंसाफ के कटघरे में लाने का बार-बार वादा किया है, लेकिन माहेरीन ने कहा कि हालिया वाक्य ने विश्वास को जड़ से हिला दिया है. डॉन में पाकिस्तानी सुरक्षा विश्लेषक मोहम्मद अमीर राणा लिखते हैं, चीनी सोशल मीडिया में इस पर काफी चर्चा हो रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लोग पाकिस्तान में रह रहे चीन के नागरिकों की जिंदगी की हिफाजत के लिए सख्त सुरक्षा उपायों का मुतालबा कर रहे हैं. खैबर पख्तूनख्वा में दहशतगर्दाना घटना के बाद चीनी कंपनियों ने कम से कम तीन अहम जलविद्युत प्रोजेक्ट पर काम बंद कर दिया है.जिसमे दासू बांध, डायमर-बाशा बांध और तारबेला 5वां एक्सटेंशन बांध शामिल हैं. पाकिस्तान सुरक्षा विश्लेषक ने कहा कि, इलाके के कुछ लोग शिनजियांग में उइघुर समुदाय के लिए हमदर्दी रखते हैं, और कुछ लोग अपने देश में गैर मुल्की लोगों की मौजूदगी को पसंद नहीं करते हैं. इलाके में चीनी शहरियों के बारे में बहुत अच्छी राय नहीं है.



इसकी एक मिसाल पिछले साल दासू बांध स्थल पर एक चीनी अफसर के खिलाफ ईशनिंदा के इल्जाम में देखा गया. उन्होंने कहा कि इस हादसे ने इस बात पर रौशनी डाला कि तनाव कभी भी भड़क सकता है.वहीं, पिछलो हफ्ते पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा सूबे में एक बड़ा आत्मघाती हमला हुआ है, जिसमें पांच चीनी नागरिकों की मौत हो गई. यह हमला आतंकवादियों ने तब समय किया जब सभी इंजिनियर दासू में स्थित अपने कैंप की तरफ जा रहे थे. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक,  उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में एक आत्मघाती हमलावर ने उनके काफिले पर को निशाना बनाकर विस्फोट कर दिया. जिसमें पांच चीनी नागरिक मारे गए.