Britain Newspaper Daily Mail: ब्रिटेन के अखबार डेली मेल ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से माफी मांगी है. अखबार ने 2019 में छपी एक आर्टिकल में 'गलती' के लिए माफी मांगी है, जिसमें उसने प्रधानमंत्री पर ‘ब्रिटिश विदेश सहायता धनराशि चुराने’ का आरोप लगाया था. डेली मेल ने 'द मेल ऑन संडे' और समाचार साइट 'मेल ऑनलाइन' ने गुरुवार को शहबाज से माफी मांगी.


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'डॉन' अखबार ने बताया कि 14 जुलाई, 2019 को छपे एक आर्टिकल में दावा किया गया था कि शहबाज ने 2005 के भूकंप के बाद लोगों के पुनर्वास के लिए ब्रिटेन के डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (डीएफआईडी) के ज़रिए मुहैया की गई रकम का गबन किया था, जब वह पंजाब के मुख्यमंत्री थे. 


अखबार ने अपनी सफाई में लिखा है कि नेशनल अकाउंटिब्लिटी ब्यूरो (एनएबी) ने कभी भी शहबाज शरीफ पर ब्रिटिश शहरियों के पैसे या डीएफआईडी ग्रांट के गबन का आरोप नहीं लगाया है और गलती के लिए शहबाज शरीफ से माफी मांगते हैं. डेली मेल ने शहबाज शरीफ से माफी मांगी है और कहा है कि वे कुबूल करते हैं कि शाहबाज शरीफ ने कुछ गलत नहीं किया, वे शाहबाज शरीफ से माफी मांगते हैं.


गौरतलब हो कि शहबाज शरीफ ने इस आर्टिकल को लेकर ब्रिटिश अखबार डेली मेल के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. शहबाज शरीफ ने स्टैंड लिया था कि लेख ने उनकी 'व्यक्तिगत और पेशेवर प्रतिष्ठा' को गंभीर तौर पर नुकसान पहुंचाया है.


अखबार की माफी पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर एक बयान में कहा कि झूठी और नकली खबरों की अवधि सीमित है और सच्चाई अंतिम जीत है. शरीफ ने कहा कि इस माफी के बाद मेरी छवि लगा दाग हटा और इसके अलावा अल्लाह के सामने सिर झुकाता हूं. इसके अलावा उन्होंने इमरान खान पर हमला करते हुए कहा कि 3 साल तक इमरान खान और उनके साथ मेरे किरदार पर उंगली उठाते रहे.


इमरान खान पर आरोप जारी रखते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि उन्होंने अपनी इस मुहिम में देश की बदनामी की परवाह भी नहीं की. यहां तक कि दोस्त देशों से संबंध खराब होने तक के बारे में नहीं सोचा. उन्होंने बेबुनियाद आरोपों के ज़रिए मेरे और मेरे परिवार का मज़ाक उड़ाया. उन्होंने कहा कि मेरा अल्लाह पर ईमान था, क्योंकि सिर्फ वही उनके झूठ को बेनकाब कर सकता है.


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