Masjid Al Haram: सऊदी रेड क्रीसेंट की मेडिकल टीम ने शुक्रवार 10 फरवरी को मस्जिद अल-हरम के सेहन में एक एशियाई तीर्थयात्री की जान बचा ली. बताया जा रहा है कि शख्स के दिल की धड़कन रुक कई थी जिसे सऊदी रेड क्रीसेंट की मेडिकल टीम बहाल करने में कामयाब रही. बताया जा रहा है कि यह शख्स उमराह करने के लिए वहां पहुंचा था. एक खबर के मुताबिक मक्का में रेड क्रीसेंट के महानिदेशक डॉ. मुस्तफा बिलजून ने कहा कि "एक एशियाई व्यक्ति के दिल की धड़कनें तब रुक गई थीं जब वो शख्स मस्जिद अल-हरम के सेहन में था."


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रेड क्रीसेंट के तहत स्वयंसेवकों ने उमरा तीर्थयात्री के दिल की धड़कन को बहाल करने के लिए फौरी तौर पर कार्रवाई की और उनकी मेहनत रंग लाई, जिसके बाद वह सांस लेने लगा. उन्होंने कार्डियोपल्मोनरी रिसेसिटेशन से शख्स की जान बचाई. मुस्तफ़ा बिलजून ने कहा कि "बाब-उल-मुल्क अब्दुल अज़ीज़ के सामने मस्जिद अल-हरम के बाहरी इलाके में यह शख्स मौजूद था. जिसे तुरंत इलाज के लिए अजयाद जनरल अस्पताल दाखिल कराया गया. 


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बता दें कि यह पहली बार नहीं जब रेड क्रिसेंट की मेडिकल टीम ने इस तरह किसी शख्स की जान बचाई हो. इससे पहले भी 54 वर्षीय इंडोनेशियन शख्स की जान बचाई थी. इस शख्स को भी मस्जिद अल हरम के सेहन से गुजरते हुए दिल का दौरा पड़ गया था. कार्डियोपल्मोनरी रिसेसिटेशन मशीन के माध्यम से दिल की धड़क और सांस को बहाल करने की कोशिश की गई और कामयाबी भी मिला. रेड क्रीसेंट के प्रवक्ता ने कहा कि चिकित्सा जांच से पता चला है कि इंडोनेशियाई महमान पहले से ही दिल की बीमारी से पीड़ित था. वक्त पर इलाज होने की वजह से उस शख्स को नई जिंदगी मिली है. 


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