इस्लामाबादः पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान नीत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पाकिस्तान में संसद और प्रांतीय विधानसभा की 11 सीटों पर हुए उपचुनाव में सबसे ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की है. उपचुनाव के लिए इतवार को मतदान हुआ था और मुख्य मुकाबला प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के बीच माना जा रहा था. 
अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के लिए यह उप-चुनाव अपनी लोकप्रियता को परखने का एक मौका और सेमिफाइनल चुनाव की तरह देखा जा रहा था.


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खान ने संसद की सात सीटों पर चुनाव लड़ा था
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के मुताबिक, संसद (नेशनल असेम्बली) की आठ और पंजाब प्रांत की विधानसभा की तीन सीट पर चुनाव हुआ था. चुनाव में कुल 101 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें से पंजाब में 52, सिंध में 33 और खैबर पख्तूनख्वा में 16 उम्मीदवार मैदान में थे. खान ने खुद संसद की सात सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से छह पर उन्हें जीत मिली है. कराची सीट पर पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के उम्मीदवार ने उन्हें शिकस्त दी है. उनकी पार्टी को मुलतान में भी हार का सामना करना पड़ा, जहां पीटीआई ने मेहर बानो कुरैशी का समर्थन किया था. मेहर पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की बेटी हैं.

विधानसभा की दो सीटों पर भी पीटीआई की जीत 
संसद की छह सीट के अलावा पीटीआई ने पंजाब विधानसभा की दो सीटों पर भी जीत हासिल की है. इससे पंजाब में पीटीआई के  मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही की स्थिति और मजबूत हो गई है. सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुलस्लीम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने सिर्फ एक सीट पर ही जीत हासिल की है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ नीत पीएमएल-एन को बढ़ती महंगाई पर काबू न कर पाने का खामियाज़ा भुगतना पड़ा है. हालांकि पीटीआई को 11 में से उन तीन सीट पर शिकस्त का सामना करना पड़ा, जो सरकार गिरने के बाद उनके सांसदों के इस्तीफे की वजह से खाली हुई थीं.


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