Lakshdeep Controversy: मुस्लिम बहुल इस प्रदेश में शराब है बैन, पर्यटकों के लिए है ये नियम
Lakshdeep Controversy: पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद लोग लक्षद्वीप जाने के लिए प्रभावित हो रहे हैं. लक्षद्वीप घूमने जाने वाले लोगों में ट्रैवल कॉस्ट, अकॉमोडेशन, टूरिस्ट डेस्टिनेशन, शराब की बिक्री जैसे सवाल टूरिस्ट्स के मन में रहे हैं. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि लक्षद्वीप में शराब की बिक्री से जुड़े क्या कानून है.
Lakshdeep Controversy: प्रधानमंत्री के लक्षद्वीप दौरे के बाद पूरा देश केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप टूरिज्म को सपोर्ट कर रहा है. देश भर से बॉलीवुड अभिनेताओं, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स, बड़े-बड़े खिलाड़ी समेत कई भारतीय हस्तियों ने लक्षद्वीप की खूबसूरती को लेकर लोगों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है, जिससे लोगों में लक्षद्वीप जाने का क्रेज बढ़ गया है. ऐसे में लोगों के जहन में लक्षद्वीप को लेकर सवाल उठना लाजिमी है.
लक्षद्वीप में पूरी तरह से शराब पर पाबंदी नहीं है. मुस्लिम बहुल केंद्र शासित प्रदेश होने के बाद भी लक्षद्वीप में टूरिस्ट के लिए शराब बेची जा रही है. सरकार की मंजूरी के बाद लक्षद्वीप के कुछ जगहों पर शराब बेची जाती है, जैसे लक्षद्वीप की राजधानी कवरत्ती और बंगारम आइलैंड पर शराब की खरीद बिकरी होती है. लेकिन शराब केवल बाहर से घूमने आए टूरिस्ट और सरकारी अधिकारियों के लिए बेची जाती है.
मुस्लिम बहुल केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में शराब स्थानीय लोगों के लिए बैन है. आपको बता दें कि शराब बिक्री केवल लक्षद्वीप पर्यटन विकास निगम के तहत पर्यटकों और सरकारी अधिकारियों तक ही सीमित है.
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप यात्रा की वायरल तस्वीरें बंगारम आइलैंड की है. ये उन जगहों में से एक है, जहां शराब बिक्री होती है. आपको बता दें इस आइलैंड में स्थानीय लोग नहीं रहते हैं. ये केवल टूरिज्म के लिए रिजर्व रखा गया है.
प्रधानमंत्री के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव विवाद शुरू हुआ. पीएम मोदी की लक्षद्वीप से शेयर की गई तस्वीरों पर मालदीव की मंत्री मरियम शिउना ने आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हो गया. हालांकि भरातीय इंटरनेट यूजर्स द्वारा मंत्री के पोस्ट की आलोचना करने पर मरियाम शिउना ने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी थी.