Voting Right Abroad Citizens: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है. उनकी सरकार विदेशों में रहने वाले नेपाली शहरियों को वोट डालने का अधिकार देने के लिए आवश्यक व्यवस्था करेगी.  नेपाल के विदेश रोजगार विभाग ने कहा कि 2021 में 6,50,000 से अधिक नेपाल के बाशिंदे रोजगार की खोज में विदेश जाकर बस गए हैं. पीएम पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार को सीपीएन (माओवादी केंद्र) प्रवासन समन्वय समिति के एक प्रोग्राम को संबोधित करते हुए कहा कि, विदेश में रह रहे नेपालियों को वोट डालने की अनुमति देने का इंतेजाम किया जाएगा.


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लाखों प्रवासी नेपालियों को होगा फायदा 
माई रिपब्लिका न्यूज पेपर ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएम के इस कदम से लाखों प्रवासी नेपालियों को फायदा होगा और वे अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेशों में रहने वाले नेपालियों के जरिए भेजे गए धन ने देश के विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा किया है और देश की आर्थिक सहायाता की है. नेपाल सरकार के एक अंदाजे के अनुसार, देश की राष्ट्रीय आय का लगभग एक चौथाई हिस्सा है. पिछले कुछ बरसों में, प्रवासन और प्रेषण ने नेपाल के सामाजिक-आर्थिक विकास में अहम रोल अदा किया है.



आर्थिक हालात में सुधार का इशारा
2021 में, नेपाल को प्रेषण के तौर पर 961.05 बिलियन एनपीआर हासिल हुआ, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद का 22 फीसद से अधिक था. उन्होंने कहा, "हकीकत यह है कि विदेशी नागरिकों से प्राप्त धन 11 महीने के विदेशी मुद्रा भंडार की सतह तक पहुंच गया है, यह अपने आप में आर्थिक सुधार का शानदार इशारा है". नेपाल के रिजर्व बैंक ने पिछले महीने कहा था कि फरवरी के मध्य में नेपाल का सकल विदेशी मुद्रा भंडार 10 फीसद के असरदार इजाफे के साथ 10.50 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया जो मुख्य रूप से विदेशों से प्रेषण द्वारा बढ़ाया गया.


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