SCO Summit: 12 साल बाद कोई पाकिस्तानी विदेश मंत्री आएगा भारत, इस वजह से राह में जम गई थी बर्फ
Bilawal Bhutto Zardari: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को लेकर बड़ा अपडेट आया है कि वो शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में हिस्सा लेने के लिए भारत आएंगे. हाल ही में पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की तरफ से यह बयान जारी किया गया है.
Bilwal Bhutto in India: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए भारत आएंगे. यह मीटिंग गोवा में 4 और 5 मई को होने जा रही है. भुट्टो यहां पर पाकिस्तान का नेतृत्व करेंगे. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने गुरुवार को एक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि बिलावल भुट्टो जरदारी शंघाई सहयोग संगठन के वर्तमान प्रमुख और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की दावत पर विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे.
याद रहे कि इसी साल जनवरी में भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री को एससीओ की बैठक में शामिल होने का न्योता दिया था. जानकारी के मुताबिक भुट्टो को यह दावत इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय हाई कमिश्नर के ज़रिए दी गई थी. बिलावल भुट्टो जरदारी ने पिछले जुलाई में ताशकंद में एससीओ की मीटिंग में हिस्सा लिया था. SCO में चीन, भारत, रूस, पाकिस्तान और चार मध्य एशियाई देश शामिल हैं.
बलूच ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की दावत पर इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जाएंगे. उन्होंने कहा, "मीटिंग में हमारी हिस्सेदारी एससीओ चार्टर और प्रक्रियाओं के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता और पाकिस्तान की विदेश नीति की प्राथमिकताओं में क्षेत्र को दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है."
इस न्योते को कुबूल कर बिलावल भुट्टो जरदारी पिछले 12 सालों में भारत आने वाले पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री होंगे. 1947 में अंग्रेजों से आज़ादी हासिल करने के बाद से, दोनों पड़ोसी देशों ने तीन जंगें लड़ी हैं. पहाड़ी राज्य जम्मू-कश्मीर को लेकर दोनों देशों के बीच दो युद्ध हुए. भारत ने पाकिस्तान पर कश्मीर के मुस्लिम बहुल क्षेत्र में आतंकवाद का आरोप लगाया है, हालांकि इस्लामाबाद भारत के आरोपों को बार-बार खारिज करता रहता है लेकिन हर भारत की तरफ से उसको मुंह की खानी पड़ती है.
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