Petrol Price in Pakistan: पाकिस्तान अपने बेहद खराब दौर से गुजर रहा है. आर्थिक बदहाली का सामना कर रहे पाकिस्तान की हालत बद से बदतर होती जा रही है. पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज का भार भी दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है. इस वजह से अब उसे कर्ज मिलने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. नकदी की कमी से जूझ रही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ने अपने नागरिकों की जिंदगी पर भारी असर डाला है, जिससे मुद्रास्फीति में लगातार इजाफे के साथ उनके संघर्ष, दुख और परेशानी बढ़ गई हैं. अब सरकार पेट्रोल की कीमतों में इजाफा करने का ऐलान करने वाली है.


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अवाम को लगेगा बड़ा झटका
ईद-उल-फित्र के त्योहार में कुछ दिन ही बाकी है. इससे पहले सरकार पेट्रोल की कीमतों में कम से कम 10-11 रुपये फी लीटर की बढ़ोतरी कर सकती है. सरकारी जराए का कहना है कि ईंधन की कीमत में बढ़ोतरी का ऐलान रविवार को की किया जाएगा. यह इजाफा उच्च आयात प्रीमियम और वैश्विक कीमतों की वजह है. एक सरकारी जराए ने कहा, "पेट्रोल की कीमतें बढ़ने की संभावना है. लेकिन एक अन्य प्रमुख ईंधन, हाई-स्पीड डीजल (HSD) की कीमत में 2 रुपये फी लीटर तक की गिरावट की संभावना है". आर्थिक विशेषज्ञ खलीक कियानी ने कहा, "पेट्रोल के आयात मूल्य में तकरीबन 4 डॉलर फी बैरल का इजाफा हुआ है. इसलिए, पेट्रोल की कीमत में इजाफे का अनुमान है.


लोग महंगाई से परेशान
इस इजाफे के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 290 रुपये फी लीटर से ज्यादा हो जाएगी. इस्लामाबाद के एक मकामी ने कहा कि, बीते साल, लेबर क्लास और आम आदमी ने अधिक करों का भुगतान किया था और फिर, सरकार ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ लोगों पर अधिक भार डालना चाहती है. रावलपिंडी के एक ऑटो-रिक्शा ड्राइवर ने कहा, "मैं सरकार से पूछना चाहता हूं किस मुझे बताएं कि मैं अपना घर और अपने बच्चों का खर्च कैसे चलाऊं? मैं हर दिन ऑटो-रिक्शा चलाता हूं और औसतन 800 से 1000 रुपये की कमाई करता हूं. अब मेरी कमाई और कम हो जाएगी. मैं अपना ऑटो-रिक्शा नहीं चला सकता और 800 रुपये से कम की रोजाना कमाई के साथ, मेरा परिवार दिन में सिर्फ एक बार खाने के लिए मजबूर होगा.