भारतीय नहीं `पाकिस्तानी` हैं ऋषि सुनक, सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी ठोक रहे हैं दावा
Rishi Sunak Origin: लिस ट्रस के इस्तीफे के बाद भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन गए हैं. उनके पीएम बनने के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोग उनको हिंदुस्तानी और तो कुछ लोग पाकिस्तानी बोलने लगे हैं. जानिए कौन इसके पीछे क्या तर्क दे रहा है.
Rishi Sunak: भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन गए हैं. खास दिवाली वाले दिन उनको यह खबर मिलना किसी तोहफे से कम नहीं है. उनके पीएम पद तक पहुंचने पर हिंदुस्तान में खुशी का माहौल है. वह भारतीय मूल में पहले ऐसे शख्स बनेंगे जो ब्रिटिश सरकार में इतना बड़ा पद संभालेंगे. लेकिन इस मामले पर पाकिस्तान भी अपना दावा ठोक रहा है. दरअसल पाकिस्तान का कहना है कि ऋषि सुनक पाकिस्तानी मूल के हैं ना कि हिंदुस्तानी.
क्यों दावा कर रहा है पाकिस्तान?
पाकिस्तान का कहना है कि ऋषि सुनक भारतीय नहीं पाकिस्तानी मूल के हैं. जियो न्यूज ने बताया कि 42 वर्षीय का सुनक का जन्म साउथेम्प्टन में हिंदू-पंजाबी माता-पिता के घर हुआ था, लेकिन उनके दादा-दादी का जन्म और पालन-पोषण पंजाब प्रांत के गुजरांवाला शहर में हुआ था. उनके दादा रामदास सुनक ने 1935 में नैरोबी में एक क्लर्क के तौर पर काम करने के लिए गुजरांवाला छोड़ दिया था. उनकी पत्नी सुहाग रानी सुनक 1937 में अपनी सास के साथ अपने पति के पास केन्या जाने से पहले दिल्ली चली गईं. रामदास और सुहाग रानी के छह बच्चे, तीन बेटे और तीन बेटियां थीं.
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साउथेम्प्टन में हुए ऋषि सुनक का जन्म
ऋषि सुनक के पिता की बात करें तो उनका नाम यशवीर सुनक था. जिनका जन्म 1949 में नैरोबी में हुआ था. वह 1966 में लिवरपूल पहुंचे और यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल में मेडिसिन की पढ़ाई करने चले गए. यशवीर ने 1977 में लीसेस्टर में ऊषा से शादी की. तीन साल बाद 1980 में साउथेम्प्टन में ऋषि का जन्म हुआ. ऋषि सुनक हिंदू धर्म का पालन करते हैं और भगवद्गीता को साक्षी मानकर शपथ लेते हैं.
क्या कह रहे हैं पाकिस्तानी
ऋषि सुनक के पीएम बनने की बात सामने आते ही ट्विटर पर पाकिस्तानी शहरियों ने ब्रिटिश नेता पर दावा ठोका. एक ट्विटर यूजर ने कहा, सुनक गुजरांवाला के एक पंजाबी खत्री परिवार से हैं. ऋषि के दादा रामदास सुनक ने 1935 में नैरोबी में क्लर्क के तौर पर काम करने के लिए गुजरांवाला छोड़ दिया था. एक अन्य यूजर ने ट्वीट किया, मुझे लगता है कि पाकिस्तान को भी ऋषि सुनक पर दावा करना चाहिए, क्योंकि उनके दादा-दादी गुजरांवाला से थे. एक और यूजर ने कहा, वाह! क्या जबरदस्त उपलब्धि है. एक पाकिस्तानी अब इंग्लैंड में सर्वोच्च पद पर आ गया है. अगर आप विश्वास करते हैं तो कुछ भी संभव है. कुछ ने सुझाव दिया कि यह भारत और पाकिस्तान के लिए खुशी का लम्हा है.