विदेश मंत्री एस जयशंकर ने UNSC में गुरुवार को चीन और पाकिस्तान के ज़रिए अपनाए जा रहे दोहरे रवैये को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सामूहिक रूप से उन देशों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो इससे सियासी तौर पर फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं. सिक्योरिटी काउंसिल की आतंकवाद रोधी ब्रीफिंग में विदेश मंत्री ने कहा, हम 'न्यूयॉर्क का 9/11' या 'मुंबई का 26/11' दोबारा नहीं होने दे सकते.


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जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाला दिया- हम मानते हैं कि एक भी हमला बहुत ज्यादा है और यहां तक कि एक जिंदगी को खोना भी बहुत ज्यादा है. इसलिए जब तक आतंकवाद का सफाया नहीं हो जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे. उन्होंने चीन, पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, चुनौती यह है कि हम इस काउंसिल के अंदर और बाहर दोहरे मानकों से कैसे निपटें.


जयशंकर ने कहा कि आतंकवादियों को मंजूरी देने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए बराबर नजरिया नहीं रखते. कभी-कभी ऐसा लगता है कि आतंकवाद की पालने-पोसने वाले उसके जुर्म या उसके नतीजों से ज्यादा अहम है. बहुत लंबे समय से, कुछ लोग इस नजरिये के साथ बने रहे हैं कि आतंकवाद सिर्फ एक अन्य साधन है. आतंकवाद पर खर्च करने वालों ने इस तरह के हरकत को जारी रखने के लिए इस्तेमाल किया है.


विदेश मंत्री वार्निंग दी कि यह न सिर्फ गलत है बल्कि बहुत खतरनाक हो सकता है, यहां तक कि उन लोगों के लिए भी जिनके बर्दाश्त करने की हद यहां तक फैली हुई है. किसी भी मुल्क को आतंकवाद से सियासी फायदा लेने की कोशिश नहीं करना चाहिए. जब आतंकवाद से निपटने की बात आती है, तो हमें अपने सियासी फायदों को दूर करना चाहिए.


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