काबुल में शिया इलाके में एक कोचिंग सेंटर में बम विस्फोट; 20 छात्रों की मौत, कई जख्मी
Suicide attack at tutoring centre in Qabul: पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि मारे गए लोगों में हाईस्कूल के छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं. इस केंद्र का नाम ‘काज हायर एजुकेशनल सेंटर’ है, जहां छात्रों को कॉलेज प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराई जाती है.
काबुलः अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Afghanistan) में एक शिया बहुल इलाके (Shia majority region) में शुक्रवार की सुबह हुए बम धमाके (Explosion) में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हुए हैं. काबुल पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है. प्रवक्ता खालिद जदरान ने बताया कि दशती बारची इलाके में एक केंद्र में शुक्रवार की सुबह बम धमाका हुआ था. इस इलाके में ज्यादातर अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक शिया समुदाय के लोग रहते हैं. जदरान ने बताया कि मारे गए लोगों में हाईस्कूल के छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं. इस केंद्र का नाम ‘काज हायर एजुकेशनल सेंटर’ है, जहां छात्रों को कॉलेज प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराई जाती है.
जदरान ने बताया कि इस इलाके के शैक्षणिक केंद्रों को बड़े कार्यक्रमों को आयोजन करते वक्त तालिबान से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग करनी चाहिए. शुक्रवार को भी यहां बच्चों की तैयारी के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. हमले की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है.
अमेरिका ने की हमले की निंदा
तालिबान के अगस्त 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता अपने हाथ में लेने के बाद से उसके बड़े प्रतिद्वंद्वी इस्लामिक स्टेट ग्रुप ने दशती बारची इलाके में कई बार हजारा समुदाय को निशाना बनाया है. तालिबान के प्रवक्ता अब्दुल नफी टकोर ने पहले कहा था, ‘‘हमारे दलों को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है.’’ अफगानिस्तान में तैनात अमेरिका की उप-राजदूत कैरेन डेकर ने हमले की मजम्मत की है. उन्होंने कहा, ‘’ इम्तिहान की तैयारी कर रहे छात्रों से भरे एक सेंटर पर हमला करना शर्मनाक है. हर एक छात्र को बिना डर शांतिपूर्ण माहौल में तालीम हासिल करने का अधिकार होना चाहिए. हम मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.’’
तालिबान ने लड़कियों के स्कूल कर दिए हैं बंद
उल्लेखनीय है कि देश में सत्तारूढ़ तालिबान द्वारा सभी स्कूलों को खोलने के वादे पर पर यू-टर्न लेने के बाद हाल के महीनों में काबुल में सभी गर्ल्स हाई स्कूल बंद कर दिए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद काबुल निवासियों और शिक्षाकर्मियों की पहल से छात्राएं निजी शिक्षण केंद्रों में पढ़ाई करने जा रही हैं. अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से, तालिबान ने इस बात पर जोर दिया है कि वे दशकों के जंग के बाद राष्ट्र को सुरक्षित कर रहे हैं, लेकिन हाल के महीनों में मस्जिदों और नागरिक क्षेत्रों में कई विस्फोट हुए हैं. पश्चिमी काबुल में इसी तरह के शिक्षा केंद्र में 2020 में इस्लामिक स्टेट द्वारा किए गए हमले में 24 लोग मारे गए थे.
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