Transparency International Report: भ्रष्टाचार रोधी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) ने कहा है कि दुनिया भर में भ्रष्टाचार की बहुत तेजी बढ़ रहा है. कई मामलों में स्थिति बेहतर होने के बजाय बिगड़ती जा रही है. बर्लिन स्थित संगठन ने अपनी ताजा रिपोर्ट में इसमें कहा गया है कि 124 देशों में भ्रष्टाचार का स्तर स्थिर है, जबकि गिरावट वाले देशों की तादाद बढ़ रही है.


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इस रिपोर्ट में देशों को 0 से लेकर 100 के बीच नंबर्स दिए गए है. ये नंबर्स एक दर्जन से ज्यादा सोर्स के इस्तेमाल के बात तय किए गए हैं. लिस्ट में टॉप पर डेनमार्क है, जिसने 90 अंक हासिल किए हैं. वहीं सबसे बुरी हालत सोमालिया की है, उसको 12 अंक मिले हैं. रिपोर्ट के मुताबिक औसतन देश केवल 43 अंक हासिल करते हैं. रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले 11 वर्षों से दो तिहाई से अधिक देश 50 से कम अंक हासिल करते आ रहे हैं. 



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रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया में सरकारों ने दावा किया है कि वे भ्रष्टाचार से निपटेंगे, लेकिन कुछ ने ही ठोस कार्रवाई की है. व्यापक भ्रष्टाचार और नागरिक स्थान पर कार्रवाई से हालत गंभीर हो जाती है. एशिया में भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो पाकिस्तान को 27, बांग्लादेश को 25, अफगानिस्तान को 24 और चीन को 45 अंक हासिल हुए हैं.  



 


भारत को लेकर क्या कहती है Transparency International:
भारत की बात करें तो रिपोर्ट में उसको 40 अंक दिए गए हैं. साथ ही कहा है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र माना जाता है, सरकार सत्ता को मजबूत करना जारी रखती है और जनता की जवाबदेही मांगने की क्षमता को सीमित कर रही है. वे गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत इंसानों के हक की रक्षा करने वाले और पत्रकारों को हिरासत में ले रही है.



मिडिल ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका के देशों की बात करें तो सभी देशों का एवरेज 100 से में 38 अंक है. मिडिल ईस्ट में संयुक अरब इमारात (UAE) लिस्ट में 67 अंकों के साथ टॉप पर है. इसके बाद इजरायल-63, कतर-58, सऊदी अरब-51 अंकों के साथ लिस्ट में हैं. वहीं इस लिस्ट में सबसे निचने पायदान पर सीरिया है. जिसको सिर्फ 13 नंबर्स दिए गए हैं. 


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