जिस आरोप में खुद फंसे हैं सुनक, उसी आरोप में छीन ली कंजरवेटिव दल के मुस्लिम अध्यक्ष की कुर्सी
Conservative Party chairman Nadhim Jahawi Fired: नादिम जहावी पर आरोप है कि जब उन्हें मंत्री पद दिया गया तो अपने सरकारी घोषणा पत्र में इस बात का जिक्र नहीं किया था, कि एक टैक्स सेटलमेंट के मामले में वह एक जांच का सामना कर रहे हैं.
लंदनः ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने कंजरवेटिव पार्टी के सद्र नादिम जहावी ( Conservative Party chairman Nadhim Jahawi) को आचार संहिता का उल्लंघन करने के इल्जाम में पद से बर्खास्त कर दिया है. ब्रिटिश अखबार ’द गार्जियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के नैतिक सलाहकार, लॉरी मैग्नस द्वारा की गई एक जांच के नतीजे में पाया गया था कि कि जहावी ने अधिकारियों को यह नहीं बताया कि वह पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन द्वारा चांसलर नियुक्त किए जाने से पहले टैक्स ट्रिब्यूनल की एक जांच का सामना कर रहे थे.
वह आधिकारिक तौर पर यह घोषित करने में भी नाकाम रहे हैं कि उन्होंने टैक्स से बचने के लिए एचएमआरसी के साथ एक समझौता किया था, जब उन्हें जॉनसन के बाद भी पिछले सितंबर में लिज ट्रस सरकार में भी कैबिनेट पद दिया गया था. इसके बाद सुनक सरकार में भी सितंबर में उन्हें टोरी चेयर और बिना पोर्टफोलियो के मंत्री बनाया गया था.
जहावी को टैक्स आरोपों में घिरे होने के बावजूद दोबारा जिम्मेदार पदों पर नियुक्त करने के सुनक के फैसले पर कुछ कंजर्वेटिव सांसदों ने सवाल उठाए थे.
यहां खास बात यह है, जिस आरोप में नादिम को सुनक ने पार्टी प्रमुख के पद से हटा दिया है, वैसे ही आरोपों का वह खुद सामना कर रहे हैं. उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति, जो भारतीय अरबपति नारायण कृष्णमूर्ति की बेटी हैं, वह भी ऐसे टैक्स घपले का सामना कर रही हैं.
लगभग 5 मिलियन पाउंड के सेटेलमेंट का है मामला
नादिम ज़हावी पर देश के ख़ज़ाने का प्रभारी होने के दौरान एक बहु-मिलियन डॉलर के अवैतनिक टैक्स बिल का निपटारा करने का इल्जाम है. पोलिंग वेबसाइट यूजीओवी के संस्थापक ज़हावी ने कर अधिकारियों के साथ अपने विवाद को स्वीकार किया है, लेकिन उन्होंने तर्क दिया है कि उनकी गलती लापरवाही में या जानबूझकर नहीं हुई है. ब्रिटिश मीडिया ने रिपोर्ट किया है कि टैक्स सेटेलमेंट में लगभग 5 मिलियन पाउंड ( 6.2 मिलियन डॉलर) की राशि का मामला था. गौरतलब है कि प्रधान मंत्री के रूप में बोरिस जॉनसन के आखिरी महीनों में ज़हावी ने जुलाई से सितंबर 2022 तक यूके ट्रेजरी में शीर्ष पद संभाला था.
अपनी बर्खास्तगी के जवाब में एक पत्र में ज़हावी ने कहा कि ब्रिटेन की सरकारों में सेवा करना उनके जीवन का सौभाग्य रहा है, हालांकि उन्होंने कर मामलों से संबंधित रिपोर्ट पर कोई सफाई नहीं दी. उन्होंने आगे कहा कि यहां मैंने एक सफल व्यवसाय खड़ा किया. सरकार के सर्वोच्च कार्यालयों में सेवा की. मुझे यकीन है कि ब्रिटेन को छोड़कर दुनिया के किसी दूसरे देश में मेरी कहानी संभव नहीं हो पाती. .
सुनक और मूर्ति पर भी लगा है टैक्स चोरी का आरोप
गौरतलब है कि पिछले साल, सुनक और मूर्ति यूके के 250 सबसे धनी लोगों की संडे टाइम्स रिच लिस्ट में दिखाई दिए थे. ब्रिटेन के एक अखबार ने सुनक और उनकी पत्नी दोनों का लगभग 730 मिलियन पाउंड (826 मिलियन अमरीकी डॉलर) की संयुक्त संपत्ति का अनुमान लगाया था. सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति भारतीय मूल की तकनीकी दिग्गज इंफोसिस के अरबपति सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं. कंपनी की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक करोड़ों पाउंड मूल्य की कंपनी में अक्षता मूर्ति करी 0.9 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
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