Shadashtak Yoga: 10 मई को शनि अपनी मूलत्रिकोण राशि कुंभ में होंगे. वहीं, मंगल अपनी नीच राशि कर्क में भ्रमण करेंगे. ऐसे में इन दोनों ग्रहों की युति से षडाष्टक योग का निर्माण होगा. ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बेहद अशुभ माना जाता है.
मंगल गुस्से और हिंसा के कारक हैं. शनि दुःख, दरिद्रता के कारक हैं. जब भी कुंडली में दो ग्रह एक दूसरे से छठे और आठवें भाव में होते हैं तो षडाष्टक योग का निर्माण होता है. ये योग 4 राशियों के लिए 2 महीने तक संकटों का दौर लेकर आएगा. इन लोगों को दुख, रोग, कर्ज, चिंता, दुर्भाग्य और कष्टों का सामना करना पड़ेगा.
षडाष्टक योग से कर्क राशि वालों को सावधान रहने की जरूरत है. संपत्ति के मामले में विवाद देखने को मिल सकते हैं. धन के निवेश में सावधानी बरतनी होगी. सेहत का ध्यान रखें.
षडाष्टक योग से सिंह राशि वालों के जीवन में तनाव और परेशानियां आ सकती हैं. कार्यक्षेत्र में संभल कर रहने की जरूरत है. खर्चों में वृद्धि होगी.
षडाष्टक योग कुंभ राशि वालों के परेशानियां खड़ी कर सकता है. इस दौरान मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है. दांपत्य जीवन में गलतफहमी पैदा हो सकती है. वाहन से दुर्घटना की आशंका है.
धनु राशि वालों के खर्चों में वृद्धि हो सकती है. मानसिक रूप से परेशान रह सकते हैं. साथी के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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