अनोखा प्रबंधन: अमेजन के सामान पहुंचाने की प्रणाली ऐसी कि गलती होने की गुंजाइश ही नहीं
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अनोखा प्रबंधन: अमेजन के सामान पहुंचाने की प्रणाली ऐसी कि गलती होने की गुंजाइश ही नहीं

कंपनी ने हाल में हरियाणा के मानेसर में 10,00,000 वर्गफीट में फैला एक वेयरहाउस DEL 5 खोला है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: किसी भी ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए तय समयसीमा के अन्दर ग्राहक तक सामान पहुंचाना बड़ी चुनौती होती है. और यह संभव होता है, कंपनियों के बेहतर प्रबंधन से. ऐसे ही बेहतरीन प्रबंधन पर काम करती है अमेजन इंडिया. अमेजन के वेयरहाउस इतने उच्च तकनीक से लैस हैं कि इसमें गलती होने की गुंजाइश न के बराबर है. मानव प्रक्रिया का पालन करता है और नियम से फैसले लिए जाते हैं- इस सिद्धांत पर अमेजन ने देश में कई पूर्ति केंद्र खोला है, जहां से सामान पहुंचाने में कोई गलती न हो सके. कंपनी का कहना है कि वह देश में 20,500 से अधिक पिन कोड नंबर क्षेत्र में त्वरित गति से सामान पार्सल करती है. अमेरिकी रिटेल कंपनी के भारत में इस वक्त 50 वेयरहाउस हैं.

  1. अमेजन 20,500 से अधिक पिन कोड नंबर क्षेत्र में सामान पार्सल करती है.
  2. अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी के भारत में इस वक्त 50 वेयरहाउस हैं.
  3. आग का अलार्म बजने पर महज 90 सेकेंड में बचाव किया जा सकता है. 

इकॉनोमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, हाल में कंपनी ने हरियाणा के मानेसर में एक ऐसा ही वेयरहाउस DEL 5 खोला है. इस तरह का यह भारत में छठा वेयरहाउस है. अमेजन के कस्टमर फुलफिलमेंट के VP अखिल सक्सेना कहते हैं कि यह पूर्ति केंद्र जितना विक्रेताओं को मदद पहुंचाता है उतना ही ग्राहकों को भी फायदा पहुंचाता है. जब भी कहीं ऐसे पूर्ति केंद्र खुलते हैं तो उस क्षेत्र में छोटे कारोबार को बड़ी मजबूती मिलती है. पूर्ति केंद्र DEL 5 करीब 3,00,000 वर्गफीट में फैला है जिसमें बास्केटबॉल के 55 कोर्ट समा सकते हैं. वैसे अमेजन का सबसे बड़ा पूर्ति केंद्र अमेरिका में है जो 10,00,000 वर्गफीट में फैला है. पूर्ति केंद्र में सुरक्षा का खास खयाल रखा जाता है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आग का अलार्म बजने पर महज 90 सेकेंड में बचाव किया जा सकता है. 

जैसे ही पूर्ति केंद्र में सामान पहुंचता है,यह गणित के समीकरण के हिसाब से अपनी यात्रा की शुरुआत कर देता है. कर्मचारी यहां निर्देश का पालन करते हैं और इसे बार-बार दोहराते हैं. इसमें स्कैनिंग, सामान उठाकर उसकी पैकेजिंग आदि होती है. कर्मचारी यहां काफी दक्षता से काम करता है. काम करने के दौरान हर कदम या किसी तरह के गलत कदम को मापा जाता है और उसका आकलन भी किया जाता है. गौर करने वाली बात यह है कि पूरे हाउस में कहीं भी आईना (मिरर) नहीं लगा होता है, यहां तक कि बाथरूम में भी नहीं. समय की कीमत इससे ही समझी जा सकती है कि अगर आपने अपनी कॉलर सीधी करने में भी अगर कुछ सेकेंड आपको ज्यादा लगा दिए तो उसे समय की बर्बादी मानी जाती है. ग्राहकों तक सामान पहुंचाने में इस तरह की प्राथमिकता का पालन किया जाता है.

पूर्ति केंद्र में सामान की पहली यात्रा 
सबसे पहले निर्धारित समय पर लोडिंग डॉक के माध्यम से ट्रक से सामान यहां पहुंचता है. विक्रेता यहां अमेजन बारकोड की मदद से जेनरेटेड पैकेज भेजते हैं. हर सामान पर एक यूनिक ASIN ( अमेजन स्टैंडर्ड आईडेंटिफिकेशन नंबर) होता है. सामान प्राप्त करने वाला कर्मचारी पूर्ति केंद्र पर बारकोड स्कैन करता है. अमेजन हर सामान के आकार की जानकारी रखता है. इसलिए सामान पहली बार अमेजन सिस्टम में आकार के लिए स्कैन होता है. इससे यह पता चलता है कि सामान कहां रखा जाएगा और आकार के हिसाब से कहां पैकेजिंग के लिए जाएगा.

बारकोड का मिलान
सामान के बारकोड का मिलान काफी महत्वपूर्ण पड़ाव है. सभी सामान चाहे वह कंटेनर ही क्यों न हों, सभी में एक यूनिक बारकोड होता है जिसका मिलान किया जाता है. जब सामान एक स्थान से दूसरे स्थान भेजा जाने लगता है तो कर्मचारी सामान को अपने पास रखे एक डिवाइस से स्कैन करता है. इस तरह से अमेजन यह जानकारी रखता है कि कोई सामान इतने सामान के बीच कहां रखा है. 

अचानक से सामान का रखा जाना
वेयर हाउस में सामान को रखने यानी स्टोरिंग के लिए दो रणनीति होती हैं- एक, श्रेणी के आधार पर सामान रखना और दूसरा, अचानक सामान रखना. उदाहरण के लिए पहले सभी जूते एक ही क्षेत्र में रखे जाएंगे. अमेजन अचानक सामान रखने के सिद्धांत पर काम करता है. यह ज्यादा बेहतर है. इसका मतलब हुआ कि जूतों को अचानक सभी रैक में अचानक रखा जाएगा. इसलिए जब किसी सामान का ऑर्डर आएगा तो इसकी पूरी संभावना है कि सामान निकालने वाला जल्दी अपना काम कर लेगा. यानी इससे समय की बचत होगी.

छंटनी और पैकेजिंग
कंटेनर को दो दिशा में भेजा जाता है- एक को सिर्फ एक ही सामान के ऑर्डर वाले जगह की तरफ और दूसरे को कई सामानों के ऑर्डर वाले जगह की तरफ. आमतौर पर एक सामान ऑर्डर वाले स्थान पर पहुंच तुलनात्मक रूप में आसान होता है. कर्मचारी बारकोड स्कैन करता है और कंप्यूटर प्रणाली बता देती है कि कौन सी पैकेजिंग को चुनना है. जब कंटेनर कई सामान वाले स्थान पर आता है तो यहां फिर से छंटनी की जाती है. इसमें गणित का समीकरण काम करता है. यहां गणितीय प्रणाली सामान का चुनाव इस प्रकार करती है कि यह पता चल जाता है कि पांच ग्राहकों का सामान चार या पांच बॉक्स में पहुंच जाएगा.

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