डोनाल्ड ट्रंप का यह 'प्लान' खुश कर देगा, भारत के युवा भी कर पाएंगे मोटी कमाई
Advertisement
trendingNow1373080

डोनाल्ड ट्रंप का यह 'प्लान' खुश कर देगा, भारत के युवा भी कर पाएंगे मोटी कमाई

कारोबार और अर्थव्यवस्था को तेजी देने के लिए अब अमेरिका नए तरह से भारत की मदद करेगा. अमेरिका से मिलने वाली इस मदद से न सिर्फ युवाओं को नई ऊर्जा मिलेगी, बल्कि रोजगार के भी अवसर खुलेंगे.

अमेरिका से मिलने वाली इस मदद से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बनेंगे.

नई दिल्ली: कारोबार और अर्थव्यवस्था को तेजी देने के लिए अब अमेरिका नए तरह से भारत की मदद करेगा. अमेरिका से मिलने वाली इस मदद से न सिर्फ युवाओं को नई ऊर्जा मिलेगी, बल्कि रोजगार के भी अवसर खुलेंगे. विशेषज्ञों की नजर में भी यह कदम काफी सकारात्मक है. भारत के युवाओं को इससे बहुत बड़ा फायदा हो सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस मंत्र से भारत में स्टार्टअप इंडिया मुहिम को फायदा मिलेगा. आइए जानते हैं किस तरह से डोनाल्ड ट्रंप की मदद से बढ़ेगा इंडिया...

  1. अमेरिका स्टार्टअप को शुरू करने के लिए भारत को मदद दे रहा है
  2. दिल्ली के अमेरिकन सेंटर में नेक्सस स्टार्टअप हब शुरू किया गया
  3. हब में स्टार्टअप को सफल बनाने के लिए गुर सिखाए जाएंगे

स्टार्टअप की मदद करेगा अमेरिका
दरअसल, अमेरिका यह मदद स्टार्टअप को शुरू करने के लिए दे रहा है. इसमें बताया जाएगा कि स्टार्टअप को सफल बनाने के लिए क्या करना होगा. इसके लिए अमेरिकी दूतावास ने दिल्ली के अमेरिकन सेंटर में नेक्सस स्टार्टअप हब शुरू करने का ऐलान किया है.

क्या है हब शुरू करने का मकसद
दिल्ली में स्टार्टअप हब शुरू करने का मकसद भारतीय स्टार्टअप को अमेरिका की बेहतरीन स्टार्टअप व्यवस्था की जानकारी देना और भारतीय उद्यमियों के लिए अनुकूल माहौल तैयार करना है. फिलहाल, 9 कंपनियां लॉन्ग टर्म इनक्यूबेशन के लिए चुनी गई हैं.

महिलाओं की मदद करेगा अमेरिका
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्‍सास और अमेरिकन सेंटर ने मिलकर यह स्टार्टअप हब तैयार किया है. इसकी शुरुआत पर अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर ने भारत और अमेरिका के बीच उद्यमिता में सहयोग का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि स्टार्टअप की दुनिया में महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके लिए उनके प्रशिक्षण के साथ दो नए कदम उठाए गए हैं.

पहला कदम
भारत में महिला उद्यमियों को खास तौर से ट्रेनिंग और नेटवर्किंग की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसमें उन महिलाओं को चुना जाएगा, जो भारतीय यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही हैं, लेकिन उद्यमिता में दिलचस्पी रखती हैं. 

दूसरा कदम
स्टार्टअप के लिए अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से नई ग्रांट दी जाएगी. इसके जरिए भारत के पड़ोसी देशों तक इसका विस्तार किया जाएगा.

Trending news