ओप्पो कंपनी के ठिकानों पर व्यापार कर विभाग का छापा, ₹300 करोड़ के टैक्स हेराफेरी का मामला
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ओप्पो कंपनी के ठिकानों पर व्यापार कर विभाग का छापा, ₹300 करोड़ के टैक्स हेराफेरी का मामला

मोबाइल फोन बनाने वाली चीन की कंपनी ओप्पो के ठिकानों पर देर रात तक उत्तर प्रदेश व्यापार कर विभाग की छापा कारवाई चलती रही. व्यापार कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर (एसआईबी) प्रदीप यादव ने यह जानकारी देते हुये कहा कि कंपनी के महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किये गये हैं. कंपनी नोएडा, गेट्रर नोएडा में फोन का विनिर्माण करती है तथा यहां से स्टाक ट्रांसफर के जरिये अपने डीलरों को माल बेचती है. उन्होंने बताया कि नियम है कि कंपनी कहीं पर विनिर्माण करने के बाद दूसरे राज्य में स्थित अपने गोदाम में स्टाक ट्रांसफर कर सकती है, लेकिन वह स्टॉक ट्रांसफर की आड़ में सीधे अपने वितरक अथवा डीलर को माल नहीं बेंच सकती.

जांच के दौरान करीब 300 करोड़ रुपए के कर में हेराफेरी का मामला संज्ञान में आया है. (फाइल फोटो)

नोएडा (उ.प्र): मोबाइल फोन बनाने वाली चीन की कंपनी ओप्पो के ठिकानों पर देर रात तक उत्तर प्रदेश व्यापार कर विभाग की छापा कारवाई चलती रही. व्यापार कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर (एसआईबी) प्रदीप यादव ने यह जानकारी देते हुये कहा कि कंपनी के महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किये गये हैं. कंपनी नोएडा, गेट्रर नोएडा में फोन का विनिर्माण करती है तथा यहां से स्टाक ट्रांसफर के जरिये अपने डीलरों को माल बेचती है. उन्होंने बताया कि नियम है कि कंपनी कहीं पर विनिर्माण करने के बाद दूसरे राज्य में स्थित अपने गोदाम में स्टाक ट्रांसफर कर सकती है, लेकिन वह स्टॉक ट्रांसफर की आड़ में सीधे अपने वितरक अथवा डीलर को माल नहीं बेंच सकती.

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान करीब 300 करोड़ रुपए के कर में हेराफेरी का मामला संज्ञान में आया है. यादव ने बताया कि कंपनी के कम्प्यूटर में सारा डाटा एक्सेल सीट में पाया गया जो कभी भी परिवर्तित किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि ओप्पो कंपनी के नोएडा के सेक्टर-63 स्थित तीन ठिकानों पर तथा गेट्रर नोएडा के दो व लखनऊ के ट्रांसपोर्टनगर स्थित वेयर हाउस पर सोमवार (22 मई) दोपहर को एक साथ छापा मारा गया था.

उन्होंने बताया कि व्यापार कर विभाग की 6 टीमों ने एक साथ छापा मारी की थी. उन्होंने बताया कि कंपनी से प्राप्त दस्तावेजों का गहन अध्ययन किया जा रहा है. उसके बाद कंपनी को नोटिस भेजकर कर चोरी के बारे में अपना पक्ष रखने को कहा जायेगा.

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