बीते सप्ताह अपनी चमक खो बैठा सोना, चांदी भी कमजोर
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बीते सप्ताह अपनी चमक खो बैठा सोना, चांदी भी कमजोर

विदेशों में कमजोरी के रूख और स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की कमजोर मांग के कारण बीते सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोना अपनी चमक खो बैठा और इसकी कीमत में 75 रुपये की गिरावट आई। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं के कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखी गई।

बीते सप्ताह अपनी चमक खो बैठा सोना, चांदी भी कमजोर

नयी दिल्ली: विदेशों में कमजोरी के रूख और स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की कमजोर मांग के कारण बीते सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोना अपनी चमक खो बैठा और इसकी कीमत में 75 रुपये की गिरावट आई। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं के कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखी गई।

वैश्विक स्तर पर गिरावट का असर!
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना सप्ताहांत में गिरावट दर्शाता 1,234.30 डॉलर प्रति औंस तथा चांदी गिरावट के साथ 17.95 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई। कमजोर वैश्विक रूख के कारण राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत की 30,125 रुपये और 29,725 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कमजोर शुरुआत हुई और बाद में यह क्रमश: 29,725 रुपये और 29,575 रुपये प्रति 10 ग्राम तक नीचे चली गई। सप्ताहांत में इनकी कीमतों में तेजी लौटी और अंत में ये क्रमश: 30,100 रुपये और 29,950 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई। लेकिन फिर से ये कीमतें पिछले सप्ताहांत के मुकाबले 75-75 रुपये की गिरावट को प्रदर्शित करती हैं।सीमित सौदों के बीच हालांकि गिन्नी के भाव सीमित दायरे में घट बढ़ के बाद 24,500 रुपये प्रति आठ ग्राम के पूर्वस्तर पर ही बंद हुए। 

चांदी में गिरावट की वजह लिवाली और बिकवाली!
लिवाली और बिकवाली के बीच उतार चढ़ाव से भरे कारोबार में चांदी तैयार की कीमत सप्ताहांत में 700 रुपये की गिरावट के साथ 43,100 रुपये प्रति किग्रा पर और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी की कीमत 1,185 रुपये की गिरावट के साथ 42,165 रपये प्रति किग्रा पर बंद हुई। दूसरी ओर चांदी सिक्कों के भाव लिवाल 74,000 रुपये और बिकवाल 75,000 रुपये प्रति सैंकड़ा पर स्थिरता का रख दर्शाते बंद हुए।

सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा इस महीने ब्याज दर में वृद्धि किये जाने की संभावनाओं के मद्देनजर डॉलर मजबूत होने और सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में बहुमूल्य धातुओं की मांग प्रभावित होने के कारण मुख्यत: सोने की कीमतों में गिरावट आई। उन्होंने कहा कि शादी विवाह का मौसम समाप्त होने के कारण आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की मांग कमजोर पड़ने से भी कीमतों पर दबाव कायम हो गया।

 

 

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