नई दिल्ली: आम बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए क्या खास होगा. क्या मिलने की उम्मीदें हैं. क्यों स्वास्थ्य बजट देश के लिहाज से सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. एक्सपर्ट मानते हैं कि स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट बढ़ाना जरूरी है. लेकिन, सबसे अधिक जरूरी है उसे खर्च कैसे किया जाए. मूलभूत सुविधाओं पर सरकार को ध्यान केंद्रीत करना चाहिए. एक रिपोर्ट के मुताबिक, आम बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 52295 करोड़ रुपए बजट मिलने की उम्मीद है. पिछले साल यह बजट 47353 करोड़ रुपए का था, जो वर्ष 2016-17 के मुकबले 24 फीसदी अधिक था.
नहीं बढ़ीं स्वास्थ्य सुविधाएं
स्वास्थ्य बजट को लेकर सरकार का रुख साफ है, पिछले दो साल में 24% का इजाफा साफ दिखाता है कि सरकार लोगों की सेहत को लेकर काफी सतर्क है. लेकिन, यह बहुत थोड़ा और जरूरत ज्यादा है. क्योंकि, बजट की एवज में स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं बढ़ीं.
क्या हैं बजट से उम्मीदें
हेल्थ सेक्टर से जुड़े एक्सपर्ट अनुज भारद्वाज का मानना है कि सरकार का फोकस लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने पर होना चाहिए. सेक्टर की सेहत इतनी खराब है कि जितना बजट आवंटित होगा वह भी कम है. क्योंकि, आकंड़े दिखाते हैं कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की कमी है. ऑपरेशन थिएटर नहीं हैं. ऐसे में ज्यादा जरूरी है कि बजट का आवंटन करने के बाद खर्च कहां और कैसे हो यह सुनिश्चित किया जाए.
क्या नहीं है हमारे पास
- 63 फीसदी प्राइमरी स्वास्थ्य केंद्रों में ऑपरेशन थिएटर की सुविधा नहीं
- 29 फीसदी में लेबर रूम नहीं
- 82 फीसदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरी की कमी
आइये नजर डालते हैं वॉटएड, ग्लोबल न्यूट्रीशन रिपोर्ट, लेंसेट, रूरल हेल्थ स्टैटिस्टिक्स की एक रिपोर्ट पर जो भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र की वास्तविक स्थिति को दिखाती है.
1 साल में 9010 करोड़ बढ़ा स्वास्थ्य बजट
- 2016-17 में स्वास्थ्य बजट- 38343 करोड़
- 2017-18 में स्वास्थ्य बजट- 47353 करोड़
नेपाल-श्रीलंका से फिर भी पीछे भारत
- भारत कुल जीडीपी का 1.4% स्वास्थ्य पर खर्च करता है
- श्रीलंका कुल जीडीपी का 2% स्वास्थ्य पर खर्च करता है
- नेपाल की बात करें तो वहां स्वास्थ्य पर खर्च 2.3% है
103% बढ़ा प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का बजट
- 2016-17- 1953 करोड़
- 2017-18- 3975 करोड़
नए मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए 155% अधिक बजट
- 2016-17- 1293 करोड़
- 2017-18- 3300 करोड़
10 साल में मृत्यु दर घटी
- 2005-06 में मृत्यु दर 57
- 2015-16 में मृत्यु दर 41
बांग्लादेश-नेपाल से पीछे हम
देश |
मत्युदर |
भारत |
41 |
बांग्लादेश |
31 |
बोल्सवाना |
35 |
रवांडा |
31 |
नेपाल |
29 |
दुनियाभर में 24% अविकसित बच्चे
- आम बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए क्या खास होगा
- स्वास्थ्य बजट देश के लिहाज से सबसे अधिक महत्वपूर्ण है
- स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 52295 करोड़ रुपए बजट मिलने की उम्मीद
- पाकिस्तान 45%
- नेपाल 41%
- भारत 39%
- बांग्लादेश 36%
- भूटान 34%
हर साल होती है 14 लाख बच्चों की मौत
20% कम कमाई करते हैं अविकसित बच्चे बडज़े होने पर विकसित बच्चों की तुलना में
3.9 करोड़ भारतीय महंगे इलाज के कारण हर साल आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे हैं