पेट्रोल और डीजल की दिन पर दिन बढ़ती कीमतों के बीच पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बुधवार को केंद्र सरकार को घेरा.
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नई दिल्ली : पेट्रोल और डीजल की दिन पर दिन बढ़ती कीमतों के बीच पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बुधवार को केंद्र सरकार को घेरा. चिदंबरम ने बुधवार सुबह ट्वीट कर केंद्र को आड़े हाथों लिया और बताया कि सरकार चाहे तो एक लीटर पेट्रोल की कीमतों में 25 रुपये लीटर तक की कमी की जा सकती है. पी चिदंबरम ने बताया कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने से केंद्र सरकार प्रति लीटर पेट्रोल पर 15 रुपये बचा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार एक लीटर पेट्रोल पर 10 रुपये का अतिरिक्त टैक्स लगा रही है.
आम आदमी को राहत मिल सकती है
इस तरह सरकार चाहे तो सरकार एक लीटर पेट्रोल की कीमत 25 रुपये तक कम कर सकती है. लेकिन सरकार यह करना नहीं चाहती. अगर सरकार इस कदम को उठाती है तो इससे आम आदमी को काफी राहत मिलेगी. सरकार पेट्रोल की कीमत में 1 से 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती करके लोगों के साथ धोखा करेगी.
77 रुपये से ऊपर पहुंचा पेट्रोल
आपको बता दें कि दिल्ली में 23 मई को एक लीटर पेट्रोल की कीमत 77.17 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है. अगर सरकार पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की सलाह पर अमल करती है तो एक पेट्रोल की कीमत 25 रुपये कम होकर 52 रुपये पर आ सकती हैं.
Bonanza to central government is Rs 25 on every litre of petrol. This money rightfully belongs to the average consumer.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 23, 2018
Central government saves Rs 15 on every litre of petrol due to fall in crude oil prices. Central government puts additional tax of Rs 10 on every litre of petrol.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 23, 2018
डीजल में 26 पैसे की बढ़ोतरी
बुधवार को डीजल पर 26 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई. इसके दाम 68.34 रुपये प्रति लीटर पहुंच गए हैं. वहीं, मुंबई में पेट्रोल 29 पैसे महंगा होकर 84.99 रुपये प्रति लीटर हो गया है. मुंबई में डीजल 28 पैसे महंगा होकर 72.75 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है.
आज हो सकती है बैठक
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की तेल कंपनियों के साथ बुधवार को बैठक होने की उम्मीद है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार जानना चाहती है कि तेल कंपनियों के पास कितना स्टॉक है. ऐसे में बताया जा रहा है कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों कंपनियां, IOC, HPCL और BPCL से तेल की कीमतों को होल्ड करने के लिए कहे. हालांकि, इससे तेल कंपनियों की जेब पर बोझ बढ़ेगा.