पीएम नरेंद्र मोदी की आसियान देशों से अपील, भारत में निवेश बढ़ाएं
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पीएम नरेंद्र मोदी की आसियान देशों से अपील, भारत में निवेश बढ़ाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘न्यूनतम सरकार, कारगर शासन पर जोर के तहत लगभग 1200 पुराने कानूनों को पिछले तीन साल में समाप्त कर दिया गया है.'

मनीला में आसियान व्यापार निवेश मंच को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (IANS/PIB/13 Nov, 2017)

मनीला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (13 नवंबर) को कहा कि भारत का कायाकल्प करने का काम ‘अभूतपूर्व स्तर’ पर चल रहा है और आसियान देशों को वहां अपना निवेश बढ़ाना चाहिए. यहां आसियान व्यापार मंच को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के अधिकतर क्षेत्रों को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए खोल दिया गया है और देश की अर्थव्यवस्था अब ‘वैश्विक रूप से एकीकृत’ है. मोदी ने आसियान देशों से अधिक से अधिक निवेश जुटाने के प्रयासों के तहत व्यापार व निवेश बढ़ाने के सरकार के आर्थिक सुधारों को रेखांकित किया.

  1. मोदी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के ज्यादातर क्षेत्रों को विदेशी निवेश के लिए खोल दिया गया है.
  2. भारत सहित आसियान क्षेत्र की कुल जनसंख्या 1.85 अरब की है जो कि वैश्विक जनसंख्या का एक चौ​थाई है. 
  3. आसियान देशों से भारत को निवेश बीते 17 साल में 70 अरब डॉलर से अधिक रहा.

उन्होंने कहा, ‘भारत के कायाकल्प का काम अभूतपूर्व स्तर पर चल रहा है. हम सरल, प्रभावी व पारदर्शी प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं.’ सरकार ने 90 प्रतिशत से अधिक एफडीआई क्षेत्रों को स्वत: मंजूरी वाला कर दिया है. अपने संबोधन में मोदी ने अपनी सरकार द्वारा उठाए गए सभी प्रमुख आर्थिक सुधारों का जिक्र किया जिसमें माल व सेवा कर (जीएसटी) की शुरुआत तथा दिवाला व ऋण शोधन प्रक्रिया के लिए नये कानून बनान शामिल है. उन्होंने कहा कि लगभग 1200 पुराने कानूनों को पिछले तीन साल में समाप्त कर दिया गया है.

मोदी ने कहा, ‘विश्व बैंक के व्यापार सुगमता सूचकांक में इस साल भारत 30 पायदान चढ़ा है. किसी भी देश का यह सबसे बड़ा उछाल है और यह भारत की दीर्घकालिक सुधार राह की पुष्टि करता है. दुनिया इसे दर्ज कर रही है. बीते दो साल में, विश्व आ​र्थिक मंच की विश्व प्रतिस्पर्धी सूचकांक में हम 32 पायदान चढ़े हैं.’ उन्होंने कहा कि नोटबंदी के साथ साथ विभिन्न सुधारों से भारतीय अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा औपचारिक हुआ है.

आसियान देशों के साथ व्यापार के मुद्दे पर मोदी ने कहा कि भारत इस गतिशील क्षेत्र के साथ जमीनी, समुद्री व हवाई संपर्क कायम करना चाहता है तथा म्यांमा व थाइलैंड के जरिए दक्षिण पूर्व एशिया के अन्य देशों को त्रिपक्षय राजमार्ग के निर्माण को लेकर काम पहले ही चल रहा है. उन्होंने कहा, ‘हम भारत व आसियान के बीच समुद्री परिवहन समझौते को जल्द सिरे चढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि भारत व आसियान के बीच व्यापार संबंध मजबूत हो रहे हैं तथा दोनों पक्ष व्यापार व निवेश सहयोग को और मजबूत बनाना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ यानी पूर्व के देशों के साथ मिल कर काम करने की नीति के चलते दस सदस्य देशों वाला आसियान समूह भागीदारी के लिहाज से भारत की योजनाके केंद्र में आ गया है. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के ज्यादातर क्षेत्रों को विदेशी निवेश के लिए खोल दिया गया है. मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान भारत को विनिर्माण केंद्र (हब) बनाना है और युवाओं को रोजगार सृजनकर्ता बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं.

भारत व आसियान के बीच व्यापार संबंध मजबूत हो रहे हैं तथा दोनों पक्ष व्यापार व निवेश सहयोग को और मजबूत बनाना चाहते हैं. भारत सहित आसियान क्षेत्र की कुल जनसंख्या 1.85 अरब की है जो कि वैश्विक जनसंख्या का एक चौ​थाई है. आसियान देशों से भारत को निवेश बीते 17 साल में 70 अरब डॉलर से अधिक रहा.

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