भारतीय रेल के AC कोच में सफर करना जल्द ही सस्ता हो सकता है. राजधानी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में रेलवे एक बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है.
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नई दिल्ली: भारतीय रेल के AC कोच में सफर करना जल्द ही सस्ता हो सकता है. राजधानी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में रेलवे एक बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है. सरकार जल्द ही कुछ प्रीमियम ट्रेनों में AC-II टियर क्लास को AC-III टियर क्लास से बदल सकती है. ऐसा होने पर AC-II कोच में AC-III के किराए पर सफर हो सकेगा. रेलवे की इस बदलाव से ट्रेनों के AC-III कोच में होने वाली भीड़ से छुटकारा मिलेगा. साथ ही किराया भी कम हो सकेगा.
क्या है प्लानिंग?
सभी राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस में एसी-2 कोच नहीं रहेंगे. इनकी जगह एसी-3 कोच लगाए जाएंगे. एसी-2 कोच में यात्रियों की कमी को देखते हुए रेलवे बोर्ड इसकी तैयारी कर रहा है. इसके तहत इस साल 1000 नए एसी-3 कोच के निर्माण के आदेश दिए गए हैं. फ्लेक्सी किराए में भी मामूली फेरबदल किया जा सकता है. रेलवे के इस फैसले से 50 राजधानी ट्रेनों में एसी-3 की लगभग 14,400 अतिरिक्त बर्थ का इंतजाम हो जाएगा. इसका फायदा रेल यात्रियों को होगा.
क्यों लिया गया ये फैसला?
रेलवे की प्रीमियम ट्रेनों को एयरलाइंस से कड़ी टक्कर मिल रही है. फ्लेक्सी फेयर फार्मूले के चलते राजधानी एसी-2 का किराया हवाई जहाज के बराबर पहुंच जाता है, जिससे यात्री ट्रेन के बजाए हवाई सफर कर रहे हैं. लेकिन, एसी-3 का किराया उनके बजट में है. रेलवे को एसी-2 के बजाए एसी-3 से अधिक राजस्व प्राप्त होता है. जहां राजधानी समेत अन्य प्रीमियम ट्रेनों में एसी-टू टियर क्लास के टिकट का किराया करीब 5000 रुपए तक पहुंच जाता है. वहीं, कई एयरलाइन कुछ रूट पर तकरीबन 4 हजार रुपए तक में टिकट दे रही हैं.
बुकिंग नहीं मिलना भी एक कारण
एसी-टू कोच को हटाने का दूसरा सबसे बड़ा कारण, जिस वजह से सरकार कुछ प्रीमियम ट्रेनों में यह बदलाव कर सकती है, वह यह है कि ज्यादातर समय पर एसी-थ्री टियर क्लास में बुकिंग ज्यादा हो जाती है. इससे भीड़ बढ़ जाती है, लेकिन एसी-टू टियर क्लास में ऐसा नहीं हो पाता है.
हमसफर ट्रेन का किराया हो सकता है लागू
प्रीमियम ट्रेनों में भी हमसफर ट्रेन के किराए का फार्मूला लागू किया जा सकता है. हमसफर ट्रेनों में शुरुआत की 50 फीसदी बर्थ की बुकिंग में किराया सामान्य रहता है, लेकिन शेष बची 50 फीसदी बर्थ की बुकिंग के साथ 10 फीसदी किराया बढ़ता रहेगा.
क्या है ‘फ्लेक्सी फेयर’?
इस सिस्टम के तहत इन सभी ट्रेनों में उपलब्ध सीटों में से 10 फीसदी सीटों की बुकिंग मूल किराए पर होती है. यानी अगर किसी जगह का मूल किराया 100 रुपए है तो पहले 10 फीसदी टिकट 100 रुपए के बेस प्राइस पर बुक होंगे. 10 फीसदी सीटों की बुकिंग के बाद राजधानी और दुरंतों के अगले 10 फीसदी टिकट 110 रुपए के आधार पर बुक होंगे. इसके बाद अगले 20 फीसदी टिकट की बुकिंग के बाद अगले 10 फीसदी टिकट 120 रुपये पर बुक होगें. 30 फीसदी टिकट बुक होने के बाद अगले 10 फीसदी टिकट 130 रुपये पर बुक होंगे. इसी तरह 40 फीसदी टिकट बुक होने के बाद अगले 10 फीसदी टिकट की बुकिंग 140 रुपये के दर पर होगी.