प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिजनेसमैन राज कुंद्रा को पूछताछ करने के लिए समन किया है. राज कुंद्रा बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति हैं. कुंद्रा से ईडी बिटकॉइन घोटाले के बारे में पूछताछ करेगी.
Trending Photos
नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिजनेसमैन राज कुंद्रा को पूछताछ करने के लिए समन किया है. राज कुंद्रा बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति हैं. कुंद्रा से ईडी बिटकॉइन घोटाले के बारे में पूछताछ करेगी. दूसरी तरफ खबर है कि कुंद्रा ईडी के मुंबई स्थित ऑफिस पहुंच गए हैं. आपको बता दें कि हाल ही में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ऐसे बिटकॉइन यूजर्स को नोटिस भेजा है जो रोजाना एक करोड़ या इससे ज्यादा की डीलिंग कर रहे थे. इन नामों को विभाग की तरफ से ईडी को भेज दिया गया है. ईडी को कुंद्रा के अलावा बॉलीवुड के कई सितारों के मनी लॉड्रिंग में भी शामिल होने का शक है.
पूछताछ के बाद ही साफ होगा मामला
हालांकि यह पूरी तरह कुंद्रा से पूछताछ होने के बाद ही साफ हो पाएगा. इससे पहले भी कुंद्रा का नाम आईपीएल सट्टेबाजी में आ चुका है. फिक्सिंग के आरोप लगने के बाद कुंद्रा पर क्रिकेट संबंधी गतिविधियों को लेकर आजीवन बैन लगा था. मार्च में कुंद्रा ने बैन के खिलाफ एक याचिका भी दायर की है. राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स के सह मालिक थे. सट्टेबाजी का आरोप लगने के बाद राजस्थान रॉयल्स पर दो साल का बैन लगा था. इसके बाद हाल ही में संपन्न हुए आईपीएल सीजन में राजस्थान रॉयल्स ने वापसी की है.
Businessman & actor Shilpa Shetty's husband Raj Kundra, summoned by ED in connection with Bitcoin scam, he is presently being questioned in #Mumbai. pic.twitter.com/0zLdvREmpf
— ANI (@ANI) June 5, 2018
अरबाज ने कबूली सट्टेबाजी की बात
इससे पहले आईपीएल में कथित तौर पर सट्टेबाजी के मामले में बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म निर्माता अरबाज खान ने पुलिस के सामने आईपीएल में सट्टेबाजी के गुनाह को कबूल किया था. अरबाज ने यह भी माना था कि सट्टेबाजी के कारण उन्हें करोड़ों का नुकसान हुआ है. अरबाज ने बुकी सोनू जालान के साथ रिश्तों की बात भी कबूल की है. पूछताछ में अरबाज ने बताया कि उन्होंने पिछले साल आईपीएल के मैचों में सट्टा लगाया था और 2.75 करोड़ रुपए हारे थे.
आपको बता दें कि पिछले दिनों बिटकॉइन घोटाले से जुड़े मुख्य आरोपी अमित भारद्वाज को पुणे से गिरफ्तार किया गया था. ईडी को बिटकॉइन के जरिए 2000 करोड़ रुपये का घोटाले होने का शक है. क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन की शुरुआत जनवरी 2009 में हुई थी. यह किसी एक देश की करेंसी नहीं है. डिजिटल करेंसी होने के कारण इसे किसी बैंक में नहीं रखा जाता.