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नई दिल्ली : रॉयल एनफील्ड ने फ्रांस में चल रहे 2017 वील्ज ऐंड वेव्स एग्जिबिशन में दो कस्टमाइज बाइक पेश की है. पहली बार देखने में किसी को यकीन नहीं हुआ कि ये रॉयल एनफील्ड की कस्टमाइज बाइक्स हैं. हर किसी को ये बाइक लाखों की कीमत वाली विदेशी बाइक ही लगीं.
ये बाइक सिनरोजा मोटरसाइकल्स ने कस्टमाइज की है. यूके बेस्ड कस्टम कंपनी सिनरोजा मोटरसाइकल्स ने इन बाइक्स को कस्टमाइज किया है. फ्रांस में हुए व्हील्ज़ एंड वेव्ज़ फेस्टिवल में इन बाइक्स को शोकेस किया गया. इन दोनों बाइक्स को इतने शानदार तरीके से कस्टमाइज किया गया है कि पूरी तरह बाइक का हुलिया ही बदल गया है.
कंपनी ने रॉयल एनफील्ड हिमालयन(Royal Enfield Himalayan) से बनी जेंटलमेन ब्रैट(Gentleman Brat) और रॉयल एनफील्ड कॉन्टीनेंटल(Royal Enfield Continental GT) से बनी सर्फ रेसर(Surf Racer) को पेश किया.
इस बाइक को एनफील्ड की Continetal GT कैफे रेसर को कस्टमाइज करके बनाया गया है. सर्फ रेसर में ओरिजिनल 535 cc इंजन लगाया गया है. जिसमें मशीन्ड पिस्टन बैरल्स जोड़े गए हैं. साथ ही रॉयल एनफील्ड हिमालयन जेंटलमेन ब्रैट की सीट को कस्टमाइज किया गया है.
कस्टमाइजर्स ने हिमालयन में 16 इंच के स्पोक वाले रिम फिट किए हैं. चौड़े टायर्स और ग्रे करल का पेंट इसे बेहतरीन लुक देते हैं. बाइक के सस्पेंशन और भी ज्यादा मजबूत लगाए गए हैं और अगला डिस्क रेडियल माउंटेड क्लिपर वाला है. बाइक पर यूज़ किया गया लैदर वर्क और मशीन्ड एल्युमीनियम इसे प्रिमियम लुक देते हैं.
जैंटलमैन ब्रैट में टेल-माउंटेड एग्ज़ॉस्ट केनिस्टर दिया गया है. इस बाइक में लगा गोल हैडलाइट और इंडिकेटर्स इसे रेट्रो लुक देते हैं. बाइक की फ्रेम को छोटा कर दिया गया है जिससे इसका हुलिया ही बदल गया है.
बाइक की सीट भी कस्टम बिल्ट है. 5 स्पीड गियरबॉक्स के साथ बाइक में लगा 411 सीसी का इंजन 24.5 बीएचपी पावर और 32 एनएम टॉर्क जनरेट करता है. इस बाइक का नाम रॉयल एनफील्ड मस्कट है और इसमें दो 500 cc पावर वाली रॉयल एनफील्ड बाइक्स का जोर है.
ये बाइक हैंड मशीन से तैयार की गई है जिसमें गु़डरिच सिल्वरटाउन (Goodrich Silvertown) कार के चौड़े टायर दिए गए है.
अंग्रेजों के जमाने की बाइक
भारत के रास्तों पर अंग्रेजों के जमाने से ही बाइक अपना दमखम दिखाने लगी थी. हालांकि उस समय यह इलीट क्लास का वाहन हुआ करती थीं. यह आज भी सवारी का बढ़िया साधन बनी हुई है. बाइक्स की सेल दिनों दिन बढ़ती जा रही है. शहरों में नहीं बल्कि दूर-दराज के गांवों में भी बाइक आम आदमी की जिंदगी में मददगार साबित हो रही है. बाइक भारत में सन 1900 में पहली बार आई थी. टेक्नोलॉजी के प्रयोग के साथ-साथ बाइक की रफ्तार बढ़ी, साइज छोटा हुआ और इंजन में भी काफी बदलाव हुए