वर्ल्ड बैंक ने की मोदी की तारीफ, कहा- भारत 2047 तक उच्च मध्य आय वाला देश होगा
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वर्ल्ड बैंक ने की मोदी की तारीफ, कहा- भारत 2047 तक उच्च मध्य आय वाला देश होगा

विश्व बैंक की सीईओ ने कहा, "आज गुरु नानक की जयंती भी है, जो मुझे उनके शब्दों की याद दिलाता है. जो बीज बोया जाता है, उसी का पौधा उगता है."

प्रवासी भारतीय केंद्र में इंडियाज बिजनेस रिफॉर्म्स सम्मेलन में विश्व बैंक की सीईओ क्रिस्टलीना जॉर्जिया से मिलते पीएम नरेंद्र मोदी. (PTI/4 Nov, 2017)

नई दिल्ली: देश की प्रति व्यक्ति आय में हो रही वृद्धि की तारीफ करते हुए विश्व बैंक की सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) क्रिस्टलीना जॉर्जिया ने शनिवार (4 नवंबर) को कहा कि उन्हें इसमें शक नहीं कि भारत 2047 तक उच्च मध्यम आय वाला देश होगा, जब यह अपनी आजादी की सौंवीं वर्षगांठ मना रहा होगा. यहां प्रवासी भारतीय केंद्र में इंडियाज बिजनेस रिफॉर्म्स सम्मेलन में जॉर्जिया ने कहा, "पिछले तीन दशकों से भारत की प्रति व्यक्ति आय चार गुना बढ़ गई है. इसमें कोई शक नहीं है कि 2047 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी समारोह मना रहा होगा, उस समय यह एक उच्च-मध्य आय वाला देश होगा."

  1. जॉर्जिया ने व्यापार में आसानी के मामले में भारत की 30 पायदान की छलांग की भी तारीफ की.
  2. जॉर्जिया ने कहा, पिछले तीन दशकों से भारत की प्रति व्यक्ति आय चार गुना बढ़ गई है.
  3. जॉर्जिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके प्रयासों के लिए प्रशंसा की.

जॉर्जिया ने व्यापार में आसानी के मामले में भारत की 30 पायदान की छलांग की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, "हम यहां एक बहुत प्रभावशाली उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए हैं. पिछले 15 सालों में व्यापार करने में आसानी के मामले में अचानक महज एक साल में 30 पायदान की छलांग बहुत दुर्लभ है. जैसे क्रिकेट में शतकलगाना है." उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके प्रयासों के लिए प्रशंसा की, जिसके कारण व्यापार करने की आसानी में भारत की रैंकिंग बढ़ी है. विश्व बैंक की सीईओ ने कहा, "आज गुरु नानक की जयंती भी है, जो मुझे उनके शब्दों की याद दिलाता है. जो बीज बोया जाता है, उसी का पौधा उगता है."

कारोबार सुगमता में भारत की लंबी छलांग, रैंकिंग में 142 से 100वें स्थान पर पहुंचा

उल्लेखनीय है कि भारत ने विश्वबैंक की कारोबार सुगमता रिपोर्ट रैंकिंग में लंबी छलांग लगायी है. देश की रैंकिंग 30 पायदान सुधरकर 100वें स्थान पर पहुंच गयी. इससे उत्साहित सरकार ने सुधारों को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया जिससे देश आने वाले वर्ष में कारोबार सुगमता के मामले में शीर्ष 50 देशों में शामिल हो सकता है. नरेंद्र मोदी सरकार के 2014 में सत्ता में आने के समय भारत की रैंकिंग 142 थी. पिछले साल यह 130 थी. इस साल भारत एकमात्र बड़ा देश है जिसने कराधान, निर्माण परमिट, निवेशक संरक्षण और ऋण शोधन के लिये उठाये गये कदम के दम पर यह बड़ी उपलब्धि हासिल की.

विश्व बैंक ने कहा इस साल के आकलन में यह शीर्ष 10 सुधारकर्ता देशों में एक है. कारोबार सुगमता के 10 संकेतकों में से आठ में सुधारों को क्रियान्वित किया गया. यह पहला मौका है जब भारत इस मामले में पहले 100 देशों में शामिल हुआ है. इस बारे में अपनी प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार सुधार, निष्पादन और रूपांतरण के मंत्र के साथ रैंकिंग में और सुधार तथा आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने को प्रतिबद्ध है. उन्होंने कारोबार सुगमता में भारत की रैंकिंग में उछाल की सराहना की और कहा कि यह चौतरफा तथा विविध क्षेत्रों में किये गये सुधारों का नतीजा है.

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