स्टूडेंट्स के लिए जरूरी खबर : परीक्षा हॉल में देर से पहुंचे तो नहीं मिलेगी एंट्री, CBSE ने बदला नियम
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स्टूडेंट्स के लिए जरूरी खबर : परीक्षा हॉल में देर से पहुंचे तो नहीं मिलेगी एंट्री, CBSE ने बदला नियम

अब तक सीबीएसई के बोर्ड एग्जाम में 11.15 तक एंट्री मिल जाती थी, लेकिन अगले साल से ये नियम पूरी तरह से बदल जाएगा.

स्टूडेंट्स के लिए जरूरी खबर : परीक्षा हॉल में देर से पहुंचे तो नहीं मिलेगी एंट्री, CBSE ने बदला नियम

नई दिल्ली : 2019 में अगर आपको CBSE का कोई बोर्ड एग्जाम देना है तो ये आपके लिए एक जरूरी खबर है. बोर्ड एग्जाम के दौरान अगर आप परीक्षा हॉल में देर से पहुंचे तो आपको एंट्री नहीं मिलेगी. इसके लिए CBSE ने बाकायदा नियमों में बदलाव किया है. भले आप ट्रैफिक में फंसे हुए हों, या कोई और कारण हो. ज्वाइंट एंट्रेस एग्जाम (JEE), NEET, CAT जैसे एग्जाम की तरह सीबीएसई के क्लास 10 और 12वीं के एग्जाम में देर से एंट्री पूरी तरह से बैन होगी.

  1. 2019 से होने वाली परीक्षाओं में बदल जाएगा नियम
  2. JEE, NEET और CAT जैसी परीक्षाओं में यही है नियम
  3. सीबीएसई ने इसके लिए सर्कुलर किया है जारी

10.30 मिनट पर शुरू होने वाले एग्जाम में परीक्षार्थी को 10.15 मिनट पर ही पहुंचना होगा. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि, एन्क्रिप्टेड प्रश्नपत्र और इस तरह के कदमों का उद्देश्य इस परीक्षा को और सुरक्षित करना है.

अब तक ये होता था
अभी तक एग्जाम सेंटर 9.30 पर खुल जाता था. 10.15 तक पेपर छात्रों को बांट दिया जाता था. 15 मिनट उन्हें पेपर पढ़ने के लिए मिल जाते थे. एग्जाम 10.30 से स्टार्ट होता था. मार्च अप्रैल 2018 तक 11 बजे तक लेट एंट्री की अनुमति थी. 11.15 तक इमरजेंसी एंट्री मिल जाती थी.

CAT और NEET जैसी परीक्षाओं में यही होता है
CAT, JEE और NEET जैसे एग्जाम में समय की सबसे बड़ी पाबंदी होती है. इसमें तय समय के बाद एंट्री नहीं मिलती है. इसी तरह अब सीबीएसई भी अपनी परीक्षाओं में तय समय के बाद एंट्री नहीं देगा. पेपर लीक और दूसरी घटनाओं के बाद ये कदम उठाया गया है. मंत्रालय के अनसुार, सीबीएसई ने इसके लिए बाकायदा सर्कुलर जारी कर दिया है.

इनक्रिप्टेड प्रश्न पत्र की भी होगी शुरुआत
सीबीएसई 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए अगले साल से इनक्रिप्टेड प्रश्न-पत्रों का इस्तेमाल करेगा और इन प्रश्न-पत्रों की छपाई की जिम्मेदारी स्कूलों पर होगी. इनक्रिप्टेड प्रश्न-पत्रों का मतलब यह है कि उन्हें भेजने वाले (सीबीएसई) और उन्हें प्राप्त करने वाले (परीक्षा केंद्र) के बीच इन प्रश्न पत्रों को कोई देख नहीं पाएगा.  बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने पत्रकारों को बताया, "हम पूरक परीक्षाओं के दौरान पायलट आधार पर इसका परीक्षण कर रहे हैं जिसमें परीक्षा से 30 मिनट पहले ईमेल के जरिए प्रश्न-पत्र दिए जाएंगे. पासवर्ड केंद्र के अधीक्षक को अलग से भेजे जाएंगे और केंद्रों में ही प्रश्न - पत्रों की छपाई और फोटो कॉपी होगी."

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