अनुराग कश्यप की फिल्म 'उड़ता पंजाब' को लेकर पहलाज निहलाणी और अनुराग के बीच काफी तकरार हुई थी. इस फिल्म को अनुराग ने पंजाब में नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर बनाया था लेकिन सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था.
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नई दिल्ली: हाल ही में सेंसर बोर्ड के चीफ के तौर पर प्रसून जोशी को चुना गया है. इस पर फिल्म मेकर अनुराग कश्यप ने बेहद खुशी जाहिर की है. अनुगार ने एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में बताया, कल रात मैं बहुत खुश हूं. उन्होंने कहा कि मैं बहुत समय से ऐसा सोच रहा था और अचानक मेरी फिल्म के रिलीज होने से पहले ऐसा हो गया तो यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है. बता दें कि 11 अगस्त को ही प्रसून जोशी को सेंसर बोर्ड का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है.
'उड़ता पंजाब' पर हुआ था विवाद
बता दें कि अनुराग कश्यप की फिल्म 'उड़ता पंजाब' को लेकर पहलाज निहलाणी और अनुराग के बीच काफी तकरार हुई थी. इस फिल्म को अनुराग ने पंजाब में नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर बनाया था लेकिन सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था. अनुराग ने बताया कि पहली बार मैने ऐसी फिल्म बनाई थी जिससे मैं सेंसर बोर्ड को शौक करना चाहता था क्योंकि उसमें सेंसर करने के लिए कुछ था ही नहीं.
खुले विचार के व्यक्ति हैं प्रसून
प्रसून के बारे में पूछे जाने पर अनुराग ने कहा कि, मैं कई बार उनकी बातों पर असहमत होता हूं, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता. वह एक खुले विचार वाले व्यक्ति हैं. उन्होंने आगे कहा, मेरा मानना है कि फिल्मों को लेकर कोई सेंसरशिप होनी नहीं चाहिए और मुझे विश्वास है कि प्रसून जोशी ऐसे व्यक्ति हैं जो इस पर विश्वास करते हैं, क्योंकि वह अक्सर इस बारे में बात करते हैं. पहलाज निहलानी के बारे में अनुराग ने कहा, उनके सामने अपनी फिल्म लेकर जाना मतलब एक कोर्ट में अपनी फिल्म लेकर जाना और वह आपको 3 घंटे तक खड़ा रख कर बताते हैं कि वह आपसे कैसे बेहतर हैं.
11 अगस्त को प्रसून को बनाया गया था नया प्रमुख
अपने विवादित फैसलों से फिल्म जगत की हस्तियों को लगातार नाराज करते रहने वाले पहलाज निहलाणी को अंतत: सेंट्रल बोर्ड आफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) के प्रमुख के पद से हटा दिया गया है. उनकी जगह प्रख्यात गीतकार एवं एड गुरु प्रसून जोशी को सेंसर बोर्ड प्रमुख का पद दिया गया है. इस फैसले का फिल्म जगत ने स्वागत किया है. सेंसर बोर्ड के सदस्य बनाए गए विवेक अग्निहोत्री ने सेंसर बोर्ड में हुए बदलावों की जानकारी दी. सरकार द्वारा नियुक्त यह निकाय देश में फिल्मों को रिलीज करने से पहले उनकी जांच परख करता है. अग्निहोत्री ने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी सीबीएफसी को नए नजरिए से देख रही हैं. उन्होंने कहा, "जब प्रसून जोशी सेंसर बोर्ड के मुखिया हों तो फिर मेरा मन इसका सदस्य बनना चाहेगा ही."
कई फिल्मों में दे चुके हैं योगदान
फिल्म 'ब्लैक', 'तारे जमीन पर', 'भाग मिल्खा भाग', 'रंग दे बसंती', 'दिल्ली-6' और 'नीरजा' जैसी फिल्मों में योगदान देने और कई सफल विज्ञापन कैंपेन को डिजाइन करने वाले प्रसून जोशी पद्मश्री से सम्मानित किए जा चुके हैं. राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता इस गीतकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान का 'थीम सांग' भी लिखा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद पहलाज निहलाणी को सेंसर बोर्ड का प्रमुख बनाया गया था. अपने ट्विटर अकाउंट पर खुद को 'सच्चा भारतीय' लिखने वाले निहलाणी की कुर्सी संभालने के साथ ही फिल्म निर्माताओं-निर्देशकों से उनकी ठन गई थी. निहलाणी द्वारा फिल्मों में लगाए गए कट, बीप और डिस्कलेमर ने फिल्म बनाने की आजादी के सवाल को चर्चा में ला दिया था.
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