'बधाई हो' की दादी ने 73 की उम्र में कहा, 'आज के समय में होती तो करती ऐसे रोल'
Advertisement
trendingNow1462603

'बधाई हो' की दादी ने 73 की उम्र में कहा, 'आज के समय में होती तो करती ऐसे रोल'

बता दें कि सुरेखा सीकरी ने अपनी अभिनय यात्रा 1978 में आपातकाल के दौरान रिलीज हुई फिल्म 'किस्सा कुर्सी का' से शुरू की थी

काफी बेबाक हैं सुरेखा, फोटो साभार: इंस्टाग्राम @rararnw94

नई दिल्ली. मेहतन करना तो सबको पसंद है लेकिन एक उम्र के बाद रिटायरमेंट तो सभी ले लेते हैं, लेकिन बॉलीवुड में पिछले 40 वर्षो से एक्टिंग करने वाली 73 साल की एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी रिटायरमेंट शब्द का अर्थ ही नहीं जानतीं. वह इतने साल बाद भी एक्टिंग के मामले में हथियार डालने को तैयार नहीं हैं. उन्हें सुपरहिट फिल्म 'बधाई हो' में दकियानूसी दादी मां के किरदार में दर्शकों का काफी प्यार मिल रहा है. 

सुरेखा ने हाल ही में दिए एक टेलीफोनिक इंटरव्यू में कहा, 'रिटायरमेंट? मैं इस शब्द को जानती तक नहीं हूं... इसका क्या अर्थ होता है.' वह कहती हैं, 'यह एक बहुत ही पुराना हो चुका अंग्रेजी का सिद्धांत है.. कि आप कुछ करते हैं और फिर रिटायर हो जाते हैं.. और यह ज्यादातर सरकारी नौकरों पर लागू होता है. सौभाग्य से मैं एक फ्रीलांसर हूं और रिटायर होने की मेरी कोई इच्छा नहीं है. मैं तो बस काम करते रहना चाहती हूं.'

fallback

बता दें कि सुरेखा सीकरी ने अपनी अभिनय यात्रा 1978 में आपातकाल के दौरान रिलीज हुई फिल्म 'किस्सा कुर्सी का' से शुरू की थी, जो राजनीति पर आधारित थी. उसके बाद उन्होंने फिल्मों, रंगमंच और टेलीविजन में काम कर नाम कमाया. उनके नाम 'तमस', 'मम्मो', 'सरफरोश', 'जुबैदा', 'जो बोले सो निहाल' और 'हमको दीवाना कर गए' जैसी सफल फिल्में दर्ज हैं.

इसके अलावा टीवी के लिए सुरेखा को खासतौर से 'बालिका वधू' में दादीसा के किरदार के अलावा 'सात फेरे-सलोनी का सफर', 'एक था राजा एक थी रानी', 'परदेस में है मेरा दिल' और 'जस्ट मोहब्बत' में उनके बेहतरीन अभिनय के लिए जाना जाता है.

fallback
इस उम्र में भी एनर्जेटिक हैं सुरेखा, फोटो साभार: इंस्टाग्राम @fan_of_ayushmannk

जब सुरेखा से पूछा गया कि फीमेल एक्ट्रर्स के लिए पुराने जमाने और आज के जमाने में क्या कुछ बदलाव आया है? सुरेखा कहती हैं, 'आज ज्यादा खुलापन है. लोग किसी भी चीज को स्वीकारने और उस बारे में बात करने को तैयार हैं. पहले यदि हम बालीवुड के बारे में बातें करते थे तो सिर्फ अच्छी-अच्छी ही बातें करते थे, और तय फॉर्मूले पर चलते थे.'

नेशनल अवॉर्ड विनर सुरेखा का कहना है कि कभी-कभी वह सोचती हैं कि यदि वह आज फिल्म इंडस्ट्री में काम शुरु करती तो चीजें कैसी होतीं? उन्होंने कहा, 'आज की चीजों को देखते हुए मैं अक्सर कहती हूं कि मुझे 40-50 साल बाद पैदा होना चाहिए था. लेकिन कोई नहीं, मेरे जैसे लोगों के लिए यहां कई सारी भूमिकाएं हैं.'

बॉलीवुड की और खबरें पढ़ें

Trending news