बर्थडे स्पेशल: किशोर दा की ये तस्वीरें शायद ही आपने कभी देखी होंगी
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बर्थडे स्पेशल: किशोर दा की ये तस्वीरें शायद ही आपने कभी देखी होंगी

किशोर दा की शुरुआत एक अभिनेता के रूप में 1946 में आई फिल्म 'शिकारी' से हुई थी. इस फिल्म में उनके बड़े भाई अशोक कुमार ने प्रमुख भूमिका निभाई थी. उन्हें पहली बार गाने का मौका मिला 1948 में बनी फिल्म 'जिद्दी' में, जिसमें उन्होंने देव आनंद के लिए गाना गाया. 

काम के लिए किशोर दा सबसे पहले एसडी बर्मन के पास गए थे (फोटो साभार- @GangulyAmitK)

नई दिल्ली: आज किशोर दा का जन्‍मदिन है. मध्य प्रदेश के खंडवा के निवासी और बंगाली परिवार में जन्म लेने वाले किशोर कुमार की अदायगी से लेकर उनकी गायकी तक का हर कोई कायल रहा था. खंडवा में 4 अगस्त, 1929 को जन्मे किशोर कुमार के बचपन का नाम आभास गांगुली था. किशोर दा अपने भाई बहनों में दूसरे नंबर पर थे. उन्होंने अपने जीवन के हर क्षण में खंडवा को याद किया, वह जब भी किसी सार्वजनिक मंच पर या किसी समारोह में अपना कर्यक्रम प्रस्तुत करते थे, शान से कहते थे किशोर कुमार खंडवे वाले, अपनी जन्म भूमि और मातृभूमि के प्रति ऐसा जज्बा बहुत कम लोगों में दिखाई देता है.

किशोर दा के जन्मदिन पर आइए देखते हैं उनकी कुछ तस्वीरें जिन्हें शायद ही आपने पहले कभी देखी होगी...

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(फोटो साभार- @FilmHistoryPic)

किशोर दा की शुरुआत एक अभिनेता के रूप में 1946 में आई फिल्म 'शिकारी' से हुई थी. इस फिल्म में उनके बड़े भाई अशोक कुमार ने प्रमुख भूमिका निभाई थी. उन्हें पहली बार गाने का मौका मिला 1948 में बनी फिल्म 'जिद्दी' में, जिसमें उन्होंने देव आनंद के लिए गाना गाया. 

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(फोटो साभार- @GangulyAmitK)

किशोर दा के एल सहगल के जबर्दस्त प्रशंसक थे, इसलिए उन्होंने यह गीत उन की शैली में ही गाया. 'जिद्दी' की सफलता के बावजूद उन्हें न तो पहचान मिली और न कोई खास काम मिला. किशोर दा 1951 में फणी मजूमदार द्वारा निर्मित फिल्म 'आंदोलन' में हीरो के रूप में काम किया मगर फिल्म फ्लॉप हो गई. 

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(फोटो साभार- @GangulyAmitK)

1954 में उन्होंने बिमल राय की 'नौकरी' में एक बेरोजगार युवक की संवेदनशील भूमिका निभाकर अपनी जबर्दस्त अभिनय प्रतिभा से भी लोगों परिचित कराया था.   

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(फोटो साभार- @GangulyAmitK)

एक मजेदार बात यह है कि किशोर कुमार की शुरुआत की कई फिल्मों में मोहम्मद रफी ने उनके लिए अपनी आवाज दी थी. मोहम्मद रफी ने फिल्म ‘रागिनी’ तथा ‘शरारत’ में किशोर दा को अपनी आवाज उधार दी तो मेहनताना लिया सिर्फ एक रुपये. 

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(फोटो साभार- @GangulyAmitK)

काम के लिए किशोर दा सबसे पहले एसडी बर्मन के पास गए थे, जिन्होंने पहले भी उन्हें 1950 में बनी फिल्म 'प्यार' में गाने का मौका दिया था. एसडी बर्मन ने उन्हें फिर 'बहार' फिल्म में एक गाना गाने का मौका दिया.  

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(फोटो साभार- @FilmHistoryPic)

किशोर दा 58 साल के थे, जब 13 अक्टूबर 1987 में उनकी मृत्यु हो गई थी.

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