दर्शकों को बेहद पसंद आने वाली है खेसारीलाल यादव की 'डमरू', डायरेक्टर ने बताई वजह
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दर्शकों को बेहद पसंद आने वाली है खेसारीलाल यादव की 'डमरू', डायरेक्टर ने बताई वजह

कई भोजपुरी, हिंदी और मराठी फिल्मों के निर्माता रहे बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले प्रदीप का कहना है कि फिल्म 'डमरू' भोजपुरी फिल्म में अश्लीलता के मिथक को तोड़ देगी.

फिल्म में भक्ति का मॉर्डन रूप दिखेगा (फोटो- वीडियो ग्रैब, यूट्यूब)

नई दिल्ली: फिल्म निर्माता प्रदीप शर्मा का कहना है कि अगर फिल्म का विषय और प्रस्तुति अच्छी हो तो दर्शक उसे पसंद करेंगे. कई भोजपुरी, हिंदी और मराठी फिल्मों के निर्माता रहे बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले प्रदीप का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म 'डमरू' भोजपुरी फिल्म में अश्लीलता के मिथक को तोड़ देगी. वर्तमान समय में भक्त और भक्ति की लाइन पर बनी चर्चित भोजपुरी फिल्म 'डमरू' के निर्माता प्रदीप का कहना है कि 'डमरू' भोजपुरी फिल्म अवश्य है, परंतु इस फिल्म का 'कंटेंट' एकदम अलग है. यही कारण है कि 'डमरू' एक राष्ट्रीय स्तर की वेबसाइट पर रिलीज से पूर्व ही लोकप्रियता में चौथा स्थान हासिल करने में सफल रही.

  1. भगवान से भक्ति की कहानी है फिल्म 'डमरू'
  2. यह भोजपुरी सिनेमा में एक नए तरह का प्रयोग है
  3. भोजुपरी सिनेमा में अब नकारात्मकता को तोड़ने की जरूरत है

भोजुपरी सिनेमा में नकारात्मकता को तोड़ने की जरूरत है
एक कैमरामैन से अपनी फिल्मी दुनिया के सफर की शुरुआत करने वाले प्रदीप न्यूज एजेंसी आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहते हैं कि भोजुपरी सिनेमा में अब नकारात्मकता को तोड़ने की जरूरत है. भोजपुरी सिनेमा में 'डमरू' के जरिए कदम रखने वाले प्रदीप का कहना है, "उन्होंने बाबा मोशन प्राइवेट लिमिटेड बैनर के तले कई हिंदी फिल्मों का निर्माण किया है. जब डमरू फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर निर्देशक रजनीश मेरे पास आए तो मैं इतना मंत्रमुग्ध हो गया कि इस फिल्म को नकार नहीं सका."

यह मेरी पहली भोजपुरी फिल्म है
खुद को भगवान महादेव का भक्त बताने वाले प्रदीप कहते हैं, "यह मेरी पहली भोजपुरी फिल्म है और मुझे आशा है कि मैं फिल्म के संदेश को दर्शकों तक सही ढंग से पहुंचा पाऊंगा." प्रदीप शर्मा ने बताया कि डमरू होली के बाद पूरे भारत में एक साथ मार्च में रिलीज की जाएगी. उनका कहना है, "मेरी कोशिश 'डमरू' को मल्टीप्लेक्स में भी रिलीज कराने की होगी. हम अपनी फिल्मों के जरिये भोजपुरी इंडस्ट्री में ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे 'मास' के साथ-साथ 'क्लास' के लोग भी थियेटर तक आएं."

अब सोच को बदलने का समय आ गया है
हाल के दिनों में पटना आए हिंदी फिल्म 'डायरेक्ट इश्क' और 'एक तेरा साथ' के निमार्ता प्रदीप कहते हैं कि भोजपुरी फिल्म उद्योग को 'बी ग्रेड' फिल्म उद्योग माना जाता है, बॉलीवुड इसे नीची नजरों से देखता है. अब इस सोच को बदलने का समय आ गया है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि 'डमरू' से भोजपुरी फिल्म दुनिया का कायापलट होगी. उन्होंने 'डमरू' के प्रमोशन से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि 'प्रमोशनल एक्टिविटी' शुरू हो चुकी है. प्रमोशन के लिए बॉलीवुड फिल्मों के स्तर की योजना बनाई गई है. अभी फिल्म का टीजर रिलीज हो चुका है, जिसे सोशल मीडिया पर लोग पसंद कर रहे हैं. फिल्म के पीआरओ रंजन सिन्हा भी काफी मेहनत की है. हमारी बात कुछ टीवी चैनलों से चल रही है.

भगवान से भक्ति की कहानी है 'डमरू'
'डमरू' को एक व्यावसायिक फिल्म बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें भगवान से भक्ति की कहानी को वर्तमान परिवेश के अनुसार दिखाने की कोशिश की गई है. यह भोजपुरी सिनेमा में एक नए तरह का प्रयोग है. इसमें भक्ति का मॉर्डन रूप दिखेगा. इस फिल्म में दो मेलोडी, तीन रोमांटिक और दो डांसिंग गीत हैं. भविष्य की योजना के विषय में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनकी एक साल में दो फिल्म बनाने की इच्छा रहती है. अगली आने वाली फिल्म 'धर्मात्मा' है, जिसमें बतौर अभिनेता खेसारीलाल यादव ही होंगे. यह फिल्म भोजपुरी में होगी. इसके अलावा अप्रैल में एक मराठी फिल्म 'माझा बाइकोचा प्रियकर' और मई में हिंदी फिल्म 'एक्स-रे इनर इमेज' आएगी. 

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(इनपुट IANS से भी)

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