मी टू अभियान में निर्माता-निर्देशक सुभाष घई भी फंस गए हैं, उनकी पूर्व कर्मचारी ने रेप का आरोप लगाया है.
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मुंबई: मी टू अभियान में निर्माता-निर्देशक सुभाष घई भी फंस गए हैं. उनकी पूर्व कर्मचारी ने रेप का आरोप लगाया है. हालांकि महिला ने अपने नाम का खुलासा नहीं किया. लेखिका महिमा कुकरेजा ने ट्विटर पर स्क्रीनशॉट इस सनसनीखेज घटना का खुलासा किया है. पीड़िता ने महिला को बताया कि यह घटना उस समय हुई जब वह सुभाष घई के साथ काम कर रही थी.
महिमा कुकरेजा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, "सुभाष घई के बारे में शॉकिंग खबर. पीड़िता ने व्यक्तिगत तौर पर अपनी पीड़ा बताई. वह जानी-मानी मीडिया पर्सनालिटी हैं."
पीड़िता ने अपनी व्यथा कुछ इस तरह बताई:
"यह सब तब हुआ जब मैं सुभाष घई के साथ एक फिल्म पर काम कर रही थी. उन्होंने कहा कि वह मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे और फिल्म इंडस्ट्री में मुझे गाइड करेंगे. मैंने उनकी बात मान ली क्योंकि मेरा कोई गॉडफादर नहीं थी और कोई दोस्त भी नहीं था. मैं मुंबई में नई थी. लेकिन मुझे कुछ सीखना था और मुझे एक निदेशक के तौर पर खुद को साबित करना था."
"शुरुआत में वह मुझसे म्यूजिक रिकॉर्डिंग को लेकर बातचीत करते थे और मुझे वहां देर रात तक अन्य पुरुष सदस्यों के साथ बैठना पड़ता था. जब रिकॉर्डिंग पूरी हो जाती थी, मैंने घर के लिए ऑटो ले लेती थी या वह मुझे घर छोड़ दिया करते थे. धीरे-धीरे उन्होंने मेरी जांघ पर हाथ रखना शुरू किया, मुझे गले लगाते हुए बोलते थे कि मैंने आज अच्छा काम किया. फिर वह मुझे स्क्रिप्ट पर बात करने के लिए लोखंडवाला कॉल करके बुलाया. उन्होंने मुझे बताया कि वह स्क्रिप्ट पर काम अन्य अभिनेत्रियों के साथ करेंगे."
"जब मैं वहां पहुंची तो देखा वहां कोई नहीं है और वह घर पर अकेले थे. यह वह घर नहीं था जिसमें वह अपनी पत्नी के साथ रहते थे. स्क्रिप्ट पर काम करने की बजाय, उन्होंने अन्य बातों पर चर्चा शुरू की. उन्होंने कहा कि मुझे इंडस्ट्री ने गलत समझा और रोने का बहाना करते हुए मेरी गोद में सिर रख दिया. जब वह खड़े हुए तो जबर्दस्ती किस कर लिया. मैं अवाक रह गई और वहां से भाग आई. लेकिन अगले दिन यह कहकर उसे शांत कराने का प्रयास किया कि यह घटना ‘प्रेमियों की लड़ाई’ है."
"एक शाम को म्यूजिक सेशन के बाद रात बहुत ज्यादा हो गई और उन्होंने ड्रिंक करने का निर्णय लिया. उन्हें व्हिसकी पसंद थी. उनका ड्राइवर बाबू कार में बॉटल तैयार रखता था. शराब में नशीला पदार्थ मिला हुआ था. मुझे लगा कि मेरे घर पर मुझे छोड़ दिया जाएगा लेकिन बाबू लोनावाला लेकर पहुंचा. मैं बेहोशी हालत में थी लेकिन इतना मुझे याद है कि मैंने कई बार उससे घर छोड़ने के लिए कहा था."
"वह मुझे एक होटल में ले गए. मेरी मनोदशा ठीक नहीं था लेकिन वह मुझे सुइट में लेकर गए. उन्होंने वहां पर मेरे साथ रेप किया. अगली सुबह मुझे याद है कि उन्होंने टोस्ट का ऑर्डर दिया था और जब मैं जगी तो वह नाश्ता कर रहे थे. मैंने बहुत उल्टियां की."
"उन्होंने मुझे घर छोड़ा. मैंने कुछ दिन के लिए छुट्टी ले ली और बाद में उनकी टीम की एक सदस्य ने मुझसे कॉल करके कहा कि अगर मैंने नौकरी छोड़ी तो मुझे भुगतान नहीं किया जाएगा. इसलिए मैंने फिर से काम करना शुरू किया और एक सप्ताह बाद त्यागपत्र दे दिया."