लोकप्रिय टेलीविजन एक्ट्रेस और 'बिग बॉस 11' की विनर शिल्पा शिंदे का मानना है इंडस्ट्री को बदनाम कर रहे हैं लोग
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नई दिल्ली, जब से बॉलीवुड अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने #MeToo आंदोलन की शुरुआत की तब से अब तक कई लोगों के नाम इसमें सामने आ चुके हैं, जिन्होंने खुद को #MeToo का हिस्सा नहीं बनाया वह महिलाएं उनका सपोर्ट कर रही हैं जो यह हिम्मत जुटा पा रही हैं. लेकिन गुरुवार को लोकप्रिय टेलीविजन एक्ट्रेस और 'बिग बॉस 11' की विनर शिल्पा शिंदे ने कुछ ऐसा कह दिया जो #MeToo आंदोलन को खारिज करने जैसा है.
बकवास है #MeToo
शिल्पा शिंदे पिछले साल खुद ही 'भाबी जी घर पर हैं' के निर्माता संजय कोहली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा चुकी हैं, लेकिन अब #MeToo पर किए सवाल पर कुछ अलग ही तेवर में नजर आ रही हैं. हमारी सहयोगी वेबसाइट की खबर के मुताबिक शिल्पा ने #MeToo आंदोनल पर किए सवाल पर मीडिया से कहा, 'जब जो घटना हो उसके बारे में तभी आवाज भी उठाना चाहिए, क्योंकि बाद में बोलने का कोई फायदा नहीं है.' उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि 'यह बकवास है, आपको उसी समय मामले के खिलाफ तेज आवाज में बोलना चाहिए. यह आद में बोलने से काफी आसान है. आपको उस समय उस मामले के बारे में बात करनी चाहिए. मुझे भी अपने अतीत से यह सबक मिला है. जब होता है, तभी बोलो - बाद में बोलने का कोई फायदा नहीं, यह बेकार है.'
शिल्पा की बातें सुनकर कहा जा सकता है कि वह उस समय अपनी बात पर आई लोगों की प्रतिक्रियाओं से आहत होकर ऐसी बात कर रही हैं. वह बोलती हैं, 'बाद में आप आवाज उठाते हैं, तो कोई नहीं सुनेगा, सिर्फ विवाद होगा कुछ और नहीं. आपको उस समय केवल कॉल करना होगा जब ऐसा होता है और जाहिर है, क्योंकि महिलाओं को शक्ति की जरूरत है, जो तुरंत एक्शन पर ज्यादा काम करती है.'
इंडस्ट्री को बदनाम कर रहे हैं लोग
लेकिन इस सब के बाद शिल्पा ने जो बोला वह चौंकाने वाला था, शिल्पा ने कहा, 'ईमानदारी से मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहती, क्योंकि इस समय जो भी हो रहा है वह इंडस्ट्री को बदनाम करने वाला है. क्योंकि यहां कोई भी अनजान नहीं है यहां जो भी होता है वह मीचुअल है यहां हैरेस्मेंट जैसी कोई बात ही नहीं है. लोग मिलकर इंडस्ट्री के बारे में गलत बातें फैला रहे हैं कि यहां ऐसा होता है यहां वैसा होता है.'
शिल्पा ने कहा कि 'अगर बात की जाए तो यह सिर्फ बॉलीवुड की हालत नहीं है कोई भी इंडस्ट्री पूरी तरह सही या पूरी तरह गलत नहीं है. आपको तय करना है कि आपको अपने आसपास कैसे लोग रखने है. मैं यह अनुभव कर चुकी हूं.