Moscow Mass Shooting: नया नहीं ISIS से पुराना है हिसाब, मुस्लिम देशों के दोस्त रूस पर चरमपंथियों ने क्यों किया हमला
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Moscow Mass Shooting: नया नहीं ISIS से पुराना है हिसाब, मुस्लिम देशों के दोस्त रूस पर चरमपंथियों ने क्यों किया हमला

Moscow ISIS Attack: रूस की तो तमाम मुस्लिम देशों से दोस्ती है तो ISIS उससे क्यों खफा है. आइए जानते हैं कि रूस में ISIS के हमले की वजह से क्या हो सकती है.

 Moscow Mass Shooting: नया नहीं ISIS से पुराना है हिसाब, मुस्लिम देशों के दोस्त रूस पर चरमपंथियों ने क्यों किया हमला

Moscow Terrorist Attack: रूस (Russia) की राजधानी मॉस्को (Moscow) में जो हुआ, उसके जख्म लंबे समय तक रूस को परेशान करेंगे. जिस तरीके से बेगुनाहों पर आतंकवादियों ने गोलियां चलाईं वो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) सालों साल नहीं भूल पाएंगे. दरअसल, मॉस्को में शुक्रवार शाम कॉन्सर्ट हॉल में हमले की एक-एक तस्वीर ये बताती है कि कैसे हमलावर पूरी प्लानिंग के साथ इस अटैक के लिए पहुंचे थे और रूस की कड़ी सुरक्षा को भेदने की पूरी तैयारी की गई थी. मॉस्को में हुए इस हमले में 60 से ज्यादा लोग मारे गए और करीब 100 से ज्यादा घायल हैं. इस कायराना हमले के पीछे दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी संगठनों में से एक माने जाने वाले ISIS का हाथ है.

ISIS ने रूसियों पर हमला क्यों किया?

क्रोकस सिटी हॉल में इस हमले की जिम्मेदारी ISIS ने ली है. ISIS ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखकर ये बताया कि उसी के लड़ाकों ने इस हमले को अंजाम दिया है. और ये भी दावा किया कि हमले के बाद हमलावर सुरक्षित वहां से निकल गए. वहीं अमेरिका ने भी कहा है कि उसने पहले ही रूस को ISIS के इन मंसूबों के बारे में आगाह किया था.

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हमले से दहला मास्को

मॉस्को के जिस क्रॉकस सिटी हॉल कॉन्सर्ट वेन्यू को निशाना बनाया गया, वहां अटैक के वक्त पांच लोगों ने ओपन फायरिंग की थी और बम भी फेंके थे. हमले के बाद अफरा-तफरी मच गई. अटैक के बाद आग की ऊंची लपटें और धू-धूकर उठता धुआं दिखा, जबकि लोगों की चीख-पुकार भी सुनाई दी.

ISIS ने पहले भी किया अटैक

इस हमले को ISIS की अफगान शाखा ने अंजाम दिया जिसे ISIS-K के नाम से जाना जाता है. ISIS इससे पहले भी रूस को निशाना बना चुका है. जिसमें 2019 में तीन रूसी अधिकारियों पर हमला किया गया था. 2022 में काबुल में हुए रूसी दूतावास पर हमले के पीछे भी ISIS का ही हाथ था. ISIS ने हाल ही में पुतिन का काफी विरोध किया और पहले भी पुतिन की आलोचना की है. विशेषज्ञों के मुताबिक, ISIS रूस को मुस्लिम पर अत्याचार करने वाली गतिविधियों में भागीदार मानता है. और क्रेमलिन पर मुस्लिमों का खून करने का आरोप भी लगाता रहा है.

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ISIS-K क्या है?

यही वजह है कि एक्सपर्ट्स इस हमले को भी उसी लिहाज से ही देख रहे हैं. अब आपको ISIS की उस शाखा के बारे में भी बताते हैं जो बार-बार रूस को निशाना बनाता रहा है. इस्लामिक स्टेट-के का मतलब इस्लामिक स्टेट की अफगानिस्तान शाखा है. इसका पूरा नाम इस्लामिक स्टेट खुरासान और ये नाम उस क्षेत्र के लिए पुराने शब्द पर रखा गया है जिसमें ईरान, तुर्कमेनिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ हिस्से शामिल हैं.

पहले से ही थी हमले की आशंका

ये आतंकवादी संगठन 2014 के अंत में पूर्वी अफगानिस्तान में उभरा और तेजी से अपनी क्रूरता के लिए पूरी दुनिया में कुख्यात हो गया. ये संगठन क्रूर इस्लामिक शासन की स्थापना पूरी दुनिया में करना चाहता है और इसका मकसद दुनिया से बाकी सभी धर्मो को खत्म कर देना है. रूस में लगातार ISIS का दबदबा बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. हाल ही में इस महीने की शुरुआत में ही रूस के कौकासस में ISIS के छह आतंकवादी मारे गए थे. तभी से ये आशंका जताई जा रही थी कि ISIS रूस में बड़े हमले की प्लानिंग कर रहे हैं.

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