Night Exercise: मोटापे से ग्रस्त लोगों के लिए जीवन रक्षक, मृत्यु दर और दिल की बीमारी का खतरा होता है कम
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Night Exercise: मोटापे से ग्रस्त लोगों के लिए जीवन रक्षक, मृत्यु दर और दिल की बीमारी का खतरा होता है कम

शाम के समय मीडियम से तेज एक्टिविटी वाली एक्सरसाइज करने से दिल की बीमारी, माइक्रो वेसल डिजीज और मौत के खतरे को कम किया जा सकता है.

Night Exercise: मोटापे से ग्रस्त लोगों के लिए जीवन रक्षक, मृत्यु दर और दिल की बीमारी का खतरा होता है कम

मोठापे से ग्रस्त लोगों के लिए शाम में व्यायाम करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, शाम के समय मीडियम से तेज एक्टिविटी वाली एक्सरसाइज करने से दिल की बीमारी, माइक्रो वेसल डिजीज और मौत के खतरे को कम किया जा सकता है.

अध्ययन में शामिल शोधकर्ताओं ने पाया कि सुबह या दोपहर की तुलना में शाम को एक्सरसाइज करने वाले लोगों में मृत्यु दर का खतरा सबसे कम था. अध्ययन में ब्रिटेन बायोबैंक एक्सेलेरोमीटर उप-अध्ययन के डेटा का उपयोग किया गया, जिसमें मोटापे से ग्रस्त और टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को शामिल किया गया था.

अध्ययन में शारीरिक एक्टिविटी को मापने के लिए एक हफ्ते तक कलाई पर पहने जाने वाली डिवाइस का इस्तेमाल किया गया. प्रतिभागियों को सुबह (6 बजे से दोपहर 12 बजे), दोपहर (दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे) और शाम (शाम 6 बजे से रात 12 बजे) में एक्सरसाइज करने वाले समूहों में बांटा गया था. साथ ही एक संदर्भ समूह भी शामिल था जिसमें प्रति दिन 1 से कम एरोबिक एक्सरसाइज करने वाले लोग थे. अध्ययन के मुख्य परिणामों में मृत्यु दर, दिल की बीमारी की घटनाएं और माइक्रो वेसल डिजीज (नेफ्रोपैथी, न्यूरोपैथी और रेटिनोपैथी) की घटनाएं शामिल थीं.

अध्ययन के नतीजे

अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि व्यायाम की कुल अवधि से ज्यादा महत्वपूर्ण शाम के समय व्यायाम करना है. शाम में व्यायाम करने वाले समूह में मृत्यु दर का खतरा सबसे कम पाया गया. अध्ययन में शामिल मोटापे और टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के लिए भी शाम का व्यायाम सबसे फायदेमंद साबित हुआ. हालांकि, अध्ययन में कुछ सीमाएं भी पाई गईं, जैसे कि रिवर्स कारण निर्धारण की संभावना और ब्रिटेन बायोबैंक में कम प्रतिक्रिया दर.

क्या निष्कर्ष निकला?

अध्ययन के शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि यह अध्ययन इस बात पर जोर देता है कि एक्सरसाइज की कुल अवधि से ज्यादा महत्वपूर्ण उसका समय है, खासकर शाम का समय. शाम में व्यायाम करने से मृत्यु दर और दिल की बीमारी के खतरा को कम किया जा सकता है.

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