आरामपोरा इलाके में सैन्य गश्ती दल पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की . इस पर सुरक्षा बलों ने अभियान चलाया जिसके बाद यह मुठभेड़ शुरू हुई
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श्रीनगरः जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में चार आतंकवादियों को मार गिराया है. रक्षा प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी है . रक्षा प्रवक्ता ने यहां बताया, ‘‘प्रदेश के कुपवाड़ा जिले के आरामपोरा इलाके में एक अभियान में चार आतंकवादी मारे गए हैं . यह अभियान अब भी जारी है .’’ सेना के एक अधिकारी ने बताया कि आरामपोरा इलाके में सैन्य गश्ती दल पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की . इस पर सुरक्षा बलों ने अभियान चलाया जिसके बाद यह मुठभेड़ शुरू हुई . उन्होंने बताया कि सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आतंकवादियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया .
अधिकारी ने बताया, ‘‘लगभग साढे तीन बजे सुरक्षा बलों की आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई थी.’’
#UPDATE: Update: 4 terrorists killed in the encounter which broke out in Kupwara's Halmatpora, operations underway. More details awaited. #JammuAndKashmir
— ANI (@ANI) March 20, 2018
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में पाकिस्तानी लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर अपने आतंकियों को भारत में भेज रहा है.18 मार्च को भी पाकिस्तान ने सीमा पर सीजफायर उल्लंघन किया था. रविवार को पुंछ जिले के बालाकोट सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलाबारी की गई. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य के अनुसार पाक की गोलीबारी में पांच स्थानीय लोगों की मौत हुई. बताया जा रहा है मरने वाले सभी लोग एक ही परिवार के थे.
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38 वर्ष बाद कुपवाड़ा मंदिर में मां भद्रकाली की प्राचीन मूर्ति स्थापित की गई
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में एक प्रसिद्ध मंदिर में 38 वर्ष बाद माता भद्रकाली की प्राचीन मूर्ति पुनर्स्थापित की गई.मंदिर पैनल के एक सदस्य भूषण लाल पंडित ने बताया कि हंदवाड़ा के भद्रकाली गांव में स्थित प्राचीन मंदिर में कल एक समारोह में मां भद्रकाली की वास्तविक प्रतिमा को स्थापित किया गया.वर्ष1981 में यह मूर्ति चोरी हो गई थी और बाद में इसे बरामद किया गया था.पंडित ने बताया कि यह प्रतिमा वर्ष1981 में संदिग्ध परिस्थितियों में चोरी हो गई थी और बाद में इसे वर्ष 1983 में बरामद किया गया था.उन्होंने बताया कि हंदवाड़ा से पंडितों के पलायन के दौरान मूर्ति पंडित जगन्नाथ के घर पर रह गई थी. मूर्ति को पंडितजी के हंदवाड़ा स्थित घर से बरामद किया गया था और वर्ष1999 में इसे जम्मू लाया गया.