पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या का उदाहरण देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बेंगलुरु की एक पत्रकार ने भी बीजेपी के खिलाफ लिख दिया था, उसकी जान चली गई.
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यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कुशीनगर में आयोजित एक सार्वजनिक सभा में कहा कि जो भी पत्रकार बीजेपी के खिलाफ लिखेंगे, वह सुरक्षित नहीं हैं. पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या का उदाहरण देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बेंगलुरु की एक पत्रकार ने भी बीजेपी के खिलाफ लिख दिया था, उसकी जान चली गई. उल्लेखनीय है कि पांच सितंबर को 'लंकेश पत्रिका' की संपादक गौरी लंकेश की घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई.
कर्नाटक सरकार ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बारे में सुराग देने वाले को 10 लाख रुपये का ईनाम देने की शुक्रवार को घोषणा की. राज्य के गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने यह घोषणा की. इसके एक दिन पहले ही पुलिस ने आम लोगों से कहा था कि इस हत्या के सिलसिले में अगर उनके पास कोई जानकारी है तो वह साझा करें. इसके लिए एक ईमेल आईडी और एक विशिष्ट फोन नंबर भी दिया गया है.
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'सीएम ने जांच तेज करने के दिए निर्देश'
रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री (सिद्धारमैया) ने जांच तेज करने और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि हमने एसआईटी के लिए पर्याप्त अधिकारी मुहैया कराए हैं और अगर उन्हें अतिरिक्त अधिकारियों की आवश्यकता है तो हम मुहैया कराने को तैयार हैं. मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए रेड्डी ने कहा, 'जो कोई अपराधियों के बारे में सुराग देता है, हम उसे 10 लाख रुपये का इनाम देंगे.'
सीएम ने एसआईटी के साथ बैठक की
मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच में प्रगति को लेकर एसआईटी के साथ बैठक की. बैठक में एसआईटी प्रमुख बी के सिंह, पुलिस महानिदेशक आर के दत्ता और खुफिया महानिदेशक ए एम प्रसाद मौजूद थे. राज्य सरकार ने बुधवार को 21 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया था. यह पूछे जाने पर कि गौरी के परिवार ने अपराधियों को पकडने में देरी की आशंका जताई है, रेड्डी ने कहा कि एसआईटी का गठन अपराधियों को जल्दी पकडने की मंशा से किया गया है.