करतारपुर साहिब कॉरीडोर की आधारशिला रखने के मौके पर पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के साथ खालिस्तानी गोपाल चावला के नजर आया था.
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नई दिल्ली: करतारपुर साहिब कॉरीडोर की आधारशिला रखने के मौके पर पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के साथ खालिस्तानी गोपाल चावला के नजर आने के बाद प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. इंडियन आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि सभी लोग शांति की बात करते हैं. शांति के लिए किए जा रहे प्रयास को एक और मौके देने की बात करते हैं. सरकार ने आज साफ कहा है कि करतारपुर साहिब कॉरीडोर को एक अलग तरीके से देखा जाना चाहिए. इसे किसी और मामले से नहीं जोड़ना चाहिए.
बता दें कि करतारपुर साहिब कॉरीडोर की आधारशिला रखने के मौके पर खालिस्तान समर्थक गोपाल चावला पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के साथ नजर आया था. पाकिस्तान के एक स्थानीय चैनल द्वारा इसका प्रसारण भी किया गया जिसमें वह आर्मी चीफ के साथ नजर आ रहा है.
'हिंदुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे'- सिद्धू
वहीं, पाकिस्तान में करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला रखने के कार्यक्रम में मौजूद रहे पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, 'हिंदुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे'. उन्होंने आगे कहा कि मुझे कोई डर नहीं, मेरा यार इमरान जीवे. सिद्धू ने कहा कि सभी को अपनी सोच बदलनी पड़ेगी, तभी शांति कायम होगी. उन्होंने कहा कि अब खून-खराबा बंद होना चाहिए, दोस्ती का पैगाम आगे बढ़ना चाहिए. अब तक बहुत नुकसान हो गया है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक सिद्धू ने कहा था कि वे पंजाब मेल ट्रेन से लाहौर गए थे. मुझे उम्मीद है कि यह यात्रा पेशावर और अफगानिस्तान तक पूरी होगी. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल भी मौजूद रहीं.
इतिहास में लिखा जाएगा इमरान का नाम- सिद्धू
सिद्धू ने उम्मीद जताई कि करतारपुर कॉरिडोर से दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ेंगे और दूरी घटेगी. उन्होंने इमरान खान की तारीफ करते हुए कहा कि जब भी करतारपुर कॉरिडोर का इतिहास लिखा जाएगा तो इमरान खान का नाम पहले पन्ने पर लिखा जाएगा. उन्होंने कहा कि बंटवारे के दौरान दो पंजाब टूट गए थे, आज इमरान जैसी कोई चाबी आनी चाहिए कि इन्हें जोड़ना चाहिए.
भावुक हो गईं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर
करतारपुर साहिब कॉरीडोर आधारशिला रखने के मौके पर भारत की केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल अपनी स्पीच के दौरान भावुक हो गईं. कौर ने भावुकता के इस समय में गुरु नानकदेव को याद किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मेरा कोई दोस्त, मेरा कोई रिश्तेदार नहीं है, लेकिन आज मुझे बाबा नानकदेव का बुलावा मिला है. उन्होंने कहा कि हमारे करोड़ों भाईयों-बहनों की 70 वर्षों से यहां आने की अरदास थी. मैं आज उस अरदास के साथ आई हूं कि जितने भी लोग यहां आने की अरदास रखते हैं उन्हें यहां के दर्शन मिलें.
खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर ने कहा कि जब बर्लिन की दीवार गिराई जा सकती है तो भारत और पाकिस्तान के बीच फैली घृणा को भी खत्म किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब कॉरीडोर से यह संभव है. कौर ने कहा कि यह गुरु नानकदेव जिन्होंने कहा था न कोई हिंदू न कोई मुस्लिम लेकिन एक ओंकार, के नाम पर भारत और पाकिस्तान के बीच एक नई शुरुआत होगी.