सेना प्रमुख ने पत्‍थरबाजों को बताया 'आतंकियों' जैसा, पाकिस्‍तान को दिया यह कड़ा संदेश
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सेना प्रमुख ने पत्‍थरबाजों को बताया 'आतंकियों' जैसा, पाकिस्‍तान को दिया यह कड़ा संदेश

गुरुवार को पत्‍थरबाजों के हमले में घायल हुए जवान राजेंद्र सिंह की मौत शुक्रवार को हुई है. सेना प्रमुख ने इसी पर पाकिस्‍तान को घेरा.

(फोटो साभार - ANI)

नई दिल्‍ली : जम्‍मू और कश्‍मीर के अनंतनाग में घायल हुए सेना के जवान की मौत के मामले में शनिवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्‍तान पर हमला बोला. उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान यह अच्‍छे से जानता है कि वह अपने नापाक इरादों में कभी सफल नहीं हो पाएगा. उसके लिए मामले को गर्म रखने के लिए आतंकवाद से अलग रास्‍ता है.

सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्‍तान जम्‍मू और कश्‍मीर में विकास को रोकना चाहता है लेकिन भारत एक मजबूत देश है. भारत सभी तरह से निपटने में सक्षम है. उन्‍होंने पाकिस्‍तान को चेताया कि भारत अलग-अलग सैन्‍य अभियानों को भी करने में पूरी तरह से सक्षम है.

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फोटो ANI

अनंतनाग में पत्‍थरबाजी की घटना में घायल होकर शहीद हुए जवान राजेंद्र सिंह के मामले पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि राजेंद्र सिंह सीमा सड़क बनाने वाली टीम की सुरक्षा में तैनात थे. यह टीम वहां सड़क का निर्माण कर रही थी. इसके बाद भी कुछ लोग हमसे कहते हैं कि हम पत्‍थरबाजों को आतंकियों के मददगार न समझें.

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शहीद जवान राजेंद्र सिंह. फाइल फोटो

बता दें कि जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग में पत्थरबाजी में गुरुवार को घायल हुए सेना के जवान की मौत हो गई थी. उत्तराखंड के पिथोरागढ़ के रहने वाले राजेंद्र सिंह की शुक्रवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. राजेंद्र सिंह उस टीम का हिस्सा थे, जो बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन को सुरक्षा देने का काम करती है. गुरुवार को उनकी टीम पर अनंतनाग बाईपास पर पत्थरबाजों ने हमला किया. इसी हमले में एक पत्थर राजेंद्र सिंह के सिर में लगा. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन शुक्रवार को उनकी मौत हो गई.

सेना के अनुसार, गुरुवार शाम 8 बजे अनंतनाग में एनएच-44 पर जब सेना की गाड़ी गुजर रही थी, उसी समय पत्थरबाजों ने पत्थर बरसाए. इस हमले में एक पत्थर सीधा राजेंद्र सिंह के सिर पर लगा. उन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन गंभीर चोट के कारण उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ. शुक्रवार शाम उनकी मौत हो गई. राजेंद्र सिंह उत्तराखंड के पिथोरागढ़ जिले के बडेना गांव के रहने वाले थे. वह 2016 में सेना में भर्ती हुए थे.

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