बवाना आग : फैक्ट्री के बाहर लगा था ताला, नहीं था जान बचाकर भागने का कोई रास्ता- सूत्र
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बवाना आग : फैक्ट्री के बाहर लगा था ताला, नहीं था जान बचाकर भागने का कोई रास्ता- सूत्र

दिल्ली के बवाना की एक फैक्ट्री में लगी आग में 17 लोग बुरी तरह से झुलस कर मारे गए हैं. दिल्ली सरकार ने हादसे में मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है.

बवाना में हुए अग्निकांड में 17 लोगों की जलकर मौत हो गई.

नई दिल्ली : शनिवार को दिल्ली के बवाना की एक पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग में वहां काम कर रहे 17 लोग जलकर मर गए. इस हादसे में कई लोग घायल हुए हैं. दिल्ली सरकार ने इस घटना पर जांच बैठा दी है. सूत्र बताते हैं कि जिस समय यह हादसा हुआ, फैक्ट्री के गेट पर ताला लगा हुआ था. जान बचाने का कोई रास्ता नहीं देख कुछ लोगों ने पहली मंजिल की खिड़कियों से छलांग लगा दी. इसमें एक महिला और और एक आदमी के पैरों की हड्डियां टूट गईं. दिल्ली सरकार ने इस हादसे की जांच शुरू कर दी है. उधर, पुलिस ने फैक्ट्री मालिक को गिरफ्तार कर लिया है. 

  1. शनिवार की शाम बवाना में हुआ अग्निकांड
  2. पटाखा फैक्ट्री में आग से 17 लोगों की मौत
  3. दिल्ली सरकार ने हादसे की शुरू की जांच

शवों की पहचान मुश्किल
बाहरी दिल्ली के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार (20 जनवरी) शाम एक पटाखा भंडारण इकाई में भीषण आग लग गई. इस फैक्ट्री में अवैध रूप से पटाखे बनाने का काम चल रहा था. इस हादसे में 10 महिलाओं और 7 पुरुषों की जलकर मौत हो गई. शव इतनी बुरी तरह से जल गए कि उनकी पहचान संभव नहीं है. पुलिस डीएनए के माध्यम से उनकी पहचान करने में जुटी है. आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंची और करीब 4 घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया गया.

घटना के वक्त फैक्ट्री में करीब 50 लोग काम कर रहे थे. इस बिल्डिंग में नीचे पटाखा और ऊपर रबड़ की फैक्ट्री थी. पहली मंजिल पर 13, ग्राउंड फ्लोर पर तीन और बेसमेंट में एक शव मिला है. सभी शव इतने बुरी तरह जल चुके हैं कि उन्हें पहचानना मुश्किल था. पुलिस ने इस मामले में फैक्ट्री मालिक मनोज जैन को गिरफ्तार कर लिया है. मनोज जैन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. 

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इस हादसे में शव इतनी बुरी तरह झुलस गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है

दिल्ली सरकार ने शुरू की जांच
हादसे की खबर मिलते ही घटना स्थल पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए. कुछ ही देर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे. नार्थ दिल्ली की मेयर प्रीति अग्रवाल ने भी घटनास्थल का दौरा किया. दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि जांच कमेटी गठित कर दी गई है. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. सूत्र बताते हैं कि घटना के समय फैक्ट्री के बाहर मुख्य गेट पर ताला लगा हुआ था. जिसके कारण मृतकों को जान बचाकर भागने का कोई रास्ता नहीं दिखाई दिया.

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मुआवजे का ऐलान
इस घटना के बाद दिल्ली सरकार ने प्रभावित लोगों को मुआवजा देने का ऐलान किया है. सरकार ने मृतक के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये देने की घोषणा की है. उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी घायलों का हर संभव उपचार करने की घोषणा की.

हादसे पर राजनीति
जिस समय बवाना हादसे से चीख-पुकार मची हुई थी, ऐसे में वहां राजनीति भी हो रही थी. मौके पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे हुए थे, तभी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पहुंच गए. इस दौरान बीजेपी और आप समर्थकों में झड़प भी हो गई. इसके बाद मौके पर पहुंची नार्थ दिल्ली की मेयर प्रीति अग्रवाल का एक ऐसा वीडियो जारी हुआ जिसमें उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि वह फैक्ट्री के बारे में कुछ नहीं कहेंगी, क्योंकि फैक्ट्री का लाइसेंस उनके पास है. यह मुद्दा भी मीडिया में खूब छाया रहा. बीजेपी और आम आदमी पार्टी इस वीडियो पर एकदूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते देखे गए.

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