DNA Analysis: नूपुर शर्मा के समर्थन पर 'सर तन से जुदा', क्या भारत में शुरू हो चुका है धर्म युद्ध?
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DNA Analysis: नूपुर शर्मा के समर्थन पर 'सर तन से जुदा', क्या भारत में शुरू हो चुका है धर्म युद्ध?

DNA Analysis: इस व्यक्ति की गलती सिर्फ इतनी थी कि ये हिन्दू था और इसने नुपूर शर्मा के मामले में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिख कर उनका समर्थन किया था.

DNA Analysis: नूपुर शर्मा के समर्थन पर 'सर तन से जुदा', क्या भारत में शुरू हो चुका है धर्म युद्ध?

DNA Analysis: क्या किसी देश को Secular होने की सजा, वहां रहने वाले लोगों का खून बहाकर दी जा सकती है? Secularism यानी धर्मनिरपेक्षता.. भारत की सबसे बड़ी पहचान है..लेकिन अब भारत में इस पहचान की गला काट कर हत्या की जा रही है. राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों ने एक व्यक्ति का सिर धड़ से अलग करके उसकी हत्या कर दी. इस व्यक्ति की गलती सिर्फ इतनी थी कि ये हिन्दू था और इसने नुपूर शर्मा के मामले में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिख कर उनका समर्थन किया था.

उसका सिर धड़ से अलग कर दिया

इस व्यक्ति का नाम कन्हैया लाल था, जिसने पिछले दिनों नुपूर शर्मा के मामले में उनका समर्थन किया था. सोशल मीडिया पर इस मामले में एक पोस्ट भी लिखी थी. इसके बाद से ही उसे लगातार धमकियां दी जा रही थीं. इस व्यक्ति की उदयपुर में कपड़े की एक छोटी सी दुकान थी. ये एक Tailor था. जिन लोगों ने इसकी हत्या की है, वो कपड़े सिलवाने के बहाने इसकी दुकान पर आए थे. इन लोगों ने इस घटना का एक वीडियो भी बनाया और इसे बाद में सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया. जिसमें साफ दिख रहा है कि जब कन्हैया लाल नाम का ये व्यक्ति इन लोगों से बात कर रहा था, तभी उन्होंने तलवार जैसे हथियार से उस पर हमला कर दिया. उसका सिर धड़ से अलग कर दिया.  

कन्हैया लाल कट्टरपंथी नहीं था

इस बर्बर घटना की तस्वीरें आपको विचलित कर सकती हैं. लेकिन हम चाहते हैं कि.. आप इन तस्वीरों को ध्यान से देखें क्योंकि इसके जरिए ये कट्टरपंथी ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि अगर धर्मनिरपेक्ष भारत में किसी भी व्यक्ति ने इस्लाम धर्म को लेकर कुछ कहा तो वो उनका ऐसा ही हाल करेंगे. हमें लगता है कि ये घटना भारत की संवैधानिक व्यवस्था, सरकारों और अदालतों को सीधी चुनौती है. कन्हैया लाल कोई कट्टरपंथी नहीं था. वो जानता था कि उसकी दुकान पर कपड़े सिलवाने आए लोग मुसलमान हैं. उसने इन लोगों से अच्छी तरह से बात की और उन्हें ये नहीं कहा कि वो सिर्फ़ अपने धर्म के लोगों के कपड़े बनाता है.

घटना पर विपक्ष में पूरी तरह सन्नाटा

लेकिन ये लोग पहले वहां ग्राहक बनकर पहुंचे और बाद में इस व्यक्ति की हत्या कर दी. लेकिन विडम्बना ये है कि हमारे देश के बुद्धीजीवी, लिबरल्स और विपक्षी दलों के बीच इस घटना पर पूरी तरह सन्नाटा छाया हुआ है. ये हमारे देश का वही वर्ग है, जो असहनशीलता के ख़िलाफ़ बड़ी-बड़ी बातें करता है. लेकिन अब जब उदयपुर में एक व्यक्ति को इसलिए मार दिया गया क्योंकि वो हिन्दू था और उसने नुपूर शर्मा का समर्थन किया था तो ये सभी लोग इस पर चुप हैं.

पीएम मोदी को भी धमकी

भारत में इस्लामिक कट्टरपंथ कितना ख़तरनाक रूप ले चुका है, इसे आप इस घटना से भी समझ सकते हैं. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने एक वीडियो बना कर कहा कि.. भारत में जो कोई भी पैगम्बर मोहम्मद साहब को लेकर टिप्पणी करेगा, उसका सिर इसी तरह धड़ से अलग कर दिया जाएगा. ख़तरनाक बात ये है कि.. इस वीडियो में ये लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नुपूर शर्मा को भी इसी तरह से मारने की धमकी दे रहे हैं. कह रहे हैं कि अभी तो ये सिर्फ़ शुरुआत है, भविष्य में ये तलवार देश के प्रधानमंत्री की गर्दन तक भी पहुंचेगी.

कौन हैं दोनों आरोपी?

जिन दो लोगों ने कन्हैया लाल की हत्या की है, उनमें एक आरोपी का नाम है मोहम्मद रियाज़ अंसारी और दूसरे आरोपी का नाम है मोहम्मद गौस और इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पिछले दिनों नुपूर शर्मा के ख़िलाफ़ देशभर में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे. इन विरोध प्रदर्शनों में एक नारा कई बार इस्तेमाल हुआ था. ये नारा था.. गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही सज़ा, सर तन से जुदा. यानी जो पैगम्बर मोहम्मद साहब का अपमान करेगा, उसका सिर धड़ से अलग कर दिया जाएगा. हम आपसे यहां ये कहना चाहते हैं कि उस दिन जिन लोगों ने भी ये नारे लगाए थे, आज उन सभी लोगों के हाथ कन्हैया लाल के खून से सने हुए हैं. क्योंकि ये लोग ऐसा ही तो करना चाहते थे.

कांग्रेस सरकार के प्रति नाराजगी

राजस्थान में इस समय कांग्रेस की सरकार है. इस घटना के बाद से राज्य में तनाव का माहौल बना हुआ है. उदयपुर में इसके ख़िलाफ़ ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन हुए. लोगों ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार के प्रति नाराज़गी भी जताई. फिलहाल उदयपुर में तनाव को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है. इंटरनेट सेवा भी बन्द कर दी गई है. हैरानी की बात ये है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री इस घटना की निंदा करने के बजाय देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ही इस मामले पर बयान देने की बात कह रहे हैं. विपक्षी दल भी इसके लिए मोदी को ही ज़िम्मेदार बता रहे हैं.

धर्म युद्ध की शुरुआत?

कुरान में दो आयतें ऐसी हैं, जिनमें इस बात का उल्लेख है कि युद्धभूमि में दुश्मन का सिर धड़ से अलग करना पूरी तरह से जायज है. यानी जिन लोगों ने उदयपुर में इस व्यक्ति की हत्या की, वो उनके लिए एक दुश्मन था. ये लोग एक धर्मयुद्ध पर निकले हुए थे. बड़ी बात ये है कि भारत में शायद ये इस तरह की पहली घटना है, जब पैगम्बर मोहम्मद साहब के अपमान पर एक व्यक्ति का सिर धड़ से अलग किया गया है.

यहां देखें VIDEO:

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